अमेरिका से निर्वासित किए गए 104 अवैध भारतीय अप्रवासी बुधवार को पंजाब के अमृतसर हवाई अड्डे पर पहुंच गए। सभी भारतीय अमेरिकी सेना के सी-17 विमान से अमृतसर पहुंचे हैं। बताया गया कि इनमें से 30 पंजाब, 33 हरियाणा, 33 गुजरात से, तीन महाराष्ट्र, तीन उत्तर प्रदेश और दो चंडीगढ़ से हैं।
दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध अप्रवासियों पर कड़ी कार्रवाई की है। इसी के तहत यह भारत के अप्रवासियों का पहला निर्वासन है। प्रशासन ने एयरपोर्ट पर अमेरिका से निर्वासित किए गए लोगों से पूछताछ की, जिसके बाद उन्हें उनके घर वापस भेजने की व्यवस्था की जा रही है।
लोगों को मेडिकल जांच के बाद भेजा जाएगा
इसमें यह भी सामने आया है कि निर्वासित लोगों के परिवार का कोई भी सदस्य उन्हें लेने के लिए हवाई अड्डे पर नहीं पहुंचा। अमेरिका से भारत लौटे अप्रवासियों के दस्तावेजों और पहचान-पत्रों की गहन जांच जा रही है। इसके बाद मेडिकल जांच के बाद लोगों को उनके घर ले जाया जाएगा।
विशेष बसों की व्यवस्था
सूत्रों ने आगे बताया कि संबंधित राज्य सरकारों ने निर्वासित लोगों को घर वापस लाने के लिए विशेष बसों की व्यवस्था की है। साथ ही लोगों की सुरक्षा के लिए बस में स्थानीय पुलिस कर्मियों को भी तैनात किया है। महाराष्ट्र और गुजरात के रहने वाले भारतीय प्रवासियों को हवाई मार्ग से उनके घर भेजा जाएगा। बता दें कि पंजाब के कई लोग डंकी रूट से अमेरिका गए थे।
ट्रंप की अप्रवासियों पर कड़ी कार्रवाई
ट्रंप प्रशासन अवैध अप्रवासियों को ग्वाटेमाला, पेरू और होंडुरास में निर्वासित करने के लिए अपने सैन्य विमानों का इस्तेमाल कर रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा है कि भारत अमेरिका के फैसले के खिलाफ है।