यमुना एक्सप्रेस-वे पर शनिवार को एक कैंटर ने आगे चल रहे दो कारों को जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में जगद्गुरु कृपालु जी महाराज की बड़ी बेटी डॉक्टर विशाखा त्रिपाठी की मौत हो गई। वहीं, दो बेटियों डॉ, कृष्णा त्रिपाठी और डॉ. श्यामा त्रिपाठी को गंभीर चोटें आई है। इनके साथ 5 अन्य भी घायल हुए है। सभी को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती किया गया है।
वृंदावन लाया जाएगा पार्थिव शरीर
बता दें कि टोयोटा कैमरी कार मथुरा से दिल्ली जा रही थी, तभी यह भीषण हादसा हुआ। कुंडा के मनगढ़ आश्रम में तीन दिन का शोक घोषित कर दिया गया है। वहीं, विशाखा का पार्थिव शरीर आज शाम 4 बजे तक वृंदावन के प्रेममंदिर लाया जाएगा। 75 वर्षीय डॉ विशाखा त्रिपाठी जिनकी हादसे में मौत हो गई, वह वृंदावन के प्रेम मंदिर और प्रतापगढ़ के मनगढ़ भक्ति धाम की अध्यक्ष थीं।
कैसे हुआ हादसा?
महाराज की तीनों बेटियां विशाखा, कृष्णा और श्यामा शनिवार रात दिल्ली जा रही थीं। एक गाड़ी में विशाखा के साथ उनकी दो बहने और वृंदावन के व्यवस्थापक संजय और महिला सेवादार थे। आगरा से यमुना एक्सप्रेस वे पर नोएडा के दनकौर थाना क्षेत्र में रात को करीब 3 बजे पीछे से आ रही एक कैंटर ने दोनों गाड़ियों को ओवरटेक किया।
इस वजह से गाड़ी को बैलेंस करना मश्किल हो गया और वो पलट गई। इस बीच पीछे से आ रही दूसरी कार भी उसी में घुस गई। आसपास मौजूद लोगों ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को गाड़ी से बाहर निकाला और तुरंत अस्पताल पहुंचाया। घटना की जानकारी तुरंत मनगढ़ के भक्ति धाम को दी गई।