जम्मू और कश्मीर के उधमपुर जिले में पुलिस वैन के अंदर जो जवानों की लाश मिली है। दोनों जवानों का शरीर खून से छलनी हो गया है। उधमपुर पुलिस ने बताया है कि दोनों पुलिसकर्मियों को एके-47 से मारा गया है। उधमपुर के सीनियर सुप्रिटेंडेंट ऑफ पुलिस (SSP) आमोद अशोक नागपुरे ने कहा है कि दोनों पुलिसकर्मी वैन में सवार होकर सोपोर से तलवाड़ा ट्रेनिंग सेंटर की ओर जा रहे थे।
शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि वारदात में एके-47 का इस्तेमाल हुआ है। दो पुलिसकर्मी इस वारदात में मारे गए हैं। तीसरा पुलिसकर्मी सुरक्षित है लेकिन गंभीर रूप से जख्मी है। जवानों को लाश के लिए पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया है। SSP आमोद नागपुरे ने कहा है कि शुरुआती जांच में यह मामला, आत्महत्या और हत्या का लग रहा है। जवानों ने आपस में ही झड़प की है।
समाचार एजेंसी ANI से SSP आमोद ने कहा, 'यह घटना सुबह 6.30 बजे के आसपास की है। वे सोपोर से तलवाड़ा की तरफ ट्रेनिंग सेंटर की ओर जा रहे थे। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए है। घटना में एके-47 राइफल का इस्तेमाल किया गया था। दो पुलिस कर्मियों की मौत हो गई है। तीसरा पुलिस कर्मी सुरक्षित है। उन्हें पोस्टमॉर्टम और जांच के लिए जीएमसी उधमपुर ले जाया जाएगा।'
जवानों के भिड़ने की वजह क्या थी?
अभी तक अटकलें लगाई जा रही हैं कि जवानों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। दोनों का गुस्सा भड़का और फिर गोलीबारी हो गई। एक जवान घायल है, पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस हर एंगल से छानबीन में जुटी है।
पहले भी इस तरह की हो चुकी हैं घटनाएं
जम्मू और कश्मीर के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) के एक जवान की लाश वेव मॉल के पास मिली थी। वह एसपीओ कांस्टेबल पद के लिए पेपर देने कठुआ आया था। मृत जवान का नाम कमलदीप सिंह था। उसने परीक्षा देने के बाद अपने पिता से बात की थी और वेव मॉल में कुछ खरीदने के लिए अपने पिता से पैसे मंगवाए थे।
कमलदीप सिंह के पिता ने दावा किया था कि उनके बेटे की हत्या हुई है। उन्होंने उपराज्यपाल और पुलिस से मॉल के सीसीटीवी फुटेज की जांच करने की अपील की। पिछले महीने भी शव मिलने का ऐसा ही मामला सामने आया था। किश्तवाड़ क्षेत्र में आतंकवादियों ने दो विलेज डिफेंस गार्ड की हत्या कर दी थी। दोनों की लाशें 24 घंटे बाद बरामद हुई थीं।