जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ जिले जिले में आतंकियों के खिलाफ जारी एक सर्च ऑपरेशन में सेना के जूनियर कमीशंड अधिकारी (JCO) नायब सूबेदार राकेश कुमार शहीद हो गए। मुठभेड़ के दौरान आतंकियों ने उन्हें निशाना बनाकर हमला किया जिसमें वे मारे गए। इस हमले में 3 अन्य सैनिक भी घायल हो गए हैं।
शहीद सैनिक नायब सूबेदार राकेश कुमार की शहादत के बारे में व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने एक पोस्ट शेयर किया है। वे किश्तवाड़ में चल रहे सैन्य ऑपरेशन की एक टुकड़ी में शामिल थे। सेना को खबर मिली थी कि इसी इलाके में दो विलेज डिफेंस गार्ड्स (VDG) की हत्या में शामिल आतंकी छिपे हुए हैं।
यहीं मिली थी विलेज डिफेंस गार्ड्स की लाश
सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच ये झड़प सुबह 11 बजे से शुरू हुई। इस ऑपरेशन में पुलिस की टीम भी शामिल थी। केशवान के जंगलों में ही विलेज डिफेंस गार्ड नजीर अहमद और कुलदीप कुमार की लाश मिली थी। आतंकियों के खिलाफ इस इलाके में सर्च ऑपरेशन युद्धस्तर पर चलाया जा रहा था।
व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने पोस्ट किया है, 'खुफिया जानकारी मिली थी कि आतंकी यहां छिपे हैं। एक संयुक्त सैन्य अभियान आतंकियों की तलाशी के लिए शुरू किया गया। किश्तवाड़ के भारत रिज के पास वे ही आतंकी छिपे थे, जिन्होंने दो निर्दोष ग्रामीणों को मारा है। जैसे ही उनकी खबर मिली, गोलीबारी शुरू हो गई।'
गोलीबारी के दौरान सेना के 4 जवान घायल हो गए। अनन-फानन में उन्हें अस्पताल भेजा गया, जहां 3 जवानों की हालत गंभीर है। पुलिस ने कहा है कि वीडीजी की हत्या के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को निशाना बनाया जा रहा है। इस इलाके में 3 से 4 आतंकी छिपे हुए हैं, जिन्हें घेर लिया गया है।
मुठभेड़ के बीच कहां से आई राजनीति?
जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष और बीजेपी नेता दरख्शां अंद्राबी ने रविवार को कहा कि 'देश के दुश्मन' जम्मू-कश्मीर में शांति बहाली रोकने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने किश्तवाड़ में मारे गए जवानों की हत्या को चिंताजनक कहा है। बीजेपी नेता रविंदर रैना ने गुरुवार को किश्तवाड़ में हुई ग्रामीण सुरक्षाकर्मियों की हत्या पर कहा है कि कायर पाकिस्तानी आतंकवादियों ने बर्बरता के साथ मानवता की हत्या की है और उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।