भारतीय वायुसेना में हादसे थमने का नाम ही नहीं ले रहे। 2 अप्रैल यानी बुधवार को भारतीय वायुसेना का डीप पेनिट्रेशन स्ट्राइक फाइटर जगुआर गुजरात के जामनगर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान उस दौरान अपनी ट्रेनिंग मिशन पर था जिसमें 2 पायलट सवार थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, एक पायलट ने सफलतापूर्वक खुद को विमान से निकाल लिया। वहीं दूसरे पायलट की मौत हो गई। शुरुआती जांच से पता चला है कि तकनीकी खराबी के कारण विमान हादसे का शिकार हुआ। गंभीर रूप से घायल एक पायलट का इलाज जामनगर के एक अस्पताल में चल रहा है। IAF ने जानमाल के नुकसान और पायलट की मौत पर गहरा अफसोस जताया है। दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए IAF ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दे दिया है।
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कैसे हुआ हादसा?
भारतीय वायुसेना का यह लड़ाकू विमान जामनगर के सुवारडा के पास एक खेते में जाकर क्रैश हुआ जिसकी वजह से विमान में आग भी लग गई और उसके कई टुकड़े हो गए। इस हादसे से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है। गुजरात के जामनगर पुलिस के एसपी प्रेम सुख देलू ने वायुसेना के लड़ाकू विमान के क्रैश होने के बारे में सूचना दी। उन्होंने बताया कि वायुसेना के ट्रेनर विमान में 2 पायलट सवार थे। एक पायलट को बचा लिया गया है और दूसरे की मौत हो गई है।
हादसे की जानकारी सबसे पहले रात करीब 9 बजकर 50 मिनट पर मिली, जिसके बाद टीम तुरंत दुर्घटनास्थल पर पहुंची। अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में कोई स्थानीय व्यक्ति घायल नहीं हुआ। विमान के खुले मैदान में क्रैश होने से एक बड़ा हादसा टल गया।
एक महीने में दूसरा विमान हादसा
इससे पहले 7 मार्च को भारतीय वायुसेना का डीप पेनिट्रेशन स्ट्राइक एयरक्राफ्ट जगुआर अंबाला में हादसे का शिकार हो गया था। यह एयरक्राफ्ट अंबाला एयर बेस में अपने ट्रेनिंग सेशन पर था। उड़ान के कुछ देर बाद ही विमान अंबाला में दुर्घटनाग्र्स्त हो गया। तकनीकी खराबी के कारण विमान क्रैश हुआ था। इस हादसे में पायलट सुरक्षित बाहर निकल गया था।
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इस साल 4 वायुसेना विमान क्रैश हुए
इस साल 4 महीने के भीतर भारतीय वायुसेना के 4 विमान क्रैश हो चुके हैं। पहला 6 फरवरी को मिराज 2000 अपनी रुटीन फ्लाइट पर था और मध्यप्रदेश के शिवपुरी के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे से पहले ही दोनों पायलट विमान से इजेक्ट हो गए थे। इसके ठीक 1 महीने बाद 7 मार्च को भी 2 विमान क्रैश हुए। राहत ही बात यह रही की एयरक्राफ्ट में मौजूद पायलट और क्रू सुरक्षित बाहर निकल गए थे।