उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के चाइल्ड वार्ड में आग लगने की घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया। इस आग ने कई घरों के चिराग बुझा दिए। 10 बच्चों की जलकर दर्दनाक मौत हो गई। सभी के मन में एक ही सवाल कि आखिर यह आग लगी कैसे और कौन है इसका जिम्मेदार?
घटनास्थल की तस्वीरें देखने के बाद समझ आता है कि आग कितनी भंयकर लगी थी। दिवारें काली हो चुकी थी और बच्चों को रखने वाली मशीनें पूरी तरह से जलकर राख हो चुके थे। पूरा वार्ड तहस-नहस हो चुका था।
शॉर्ट सर्किट से नहीं नर्स की एक लापरवाही से लगी आग?
शुरुआती जांच में आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट को बताया गया लेकिन अब खबर सामने आ रही है कि नर्स ने वार्ड में माचिस की तीली जलाई थी जिससे ऑक्सीजन से भरे NISU में आग फैल गई।
झांसी अग्निकांड प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि एक नर्स ने ऑक्सीजन सिलेंडर के पाइप को जोड़ने के लिए माचिस की तीली जलाई थी जिससे पूरे वार्ड में आग लग गई। झांसी के चीफ मेडिकल सुप्रीडेंटेंड ने बताया कि NICU के वार्ड में 54 नवजात बच्चे भर्ती थे। आग ऑक्सीजन कंसट्रेटर में लगी जो पूरे वार्ड में फैल गई। झांसी डिवीजन के DIG के अनुसार, आग पर काबू पा लिया गया है और गंभीर रूप से घायलों का इलाज किया जा रहा है।
इकलौते चशमदीद का दावा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया है और 12 घंटे के अंदर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए है। मीडिया कि एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रत्यक्षदर्शी भगवान दास इकलौते चशमदीद हैं जिन्होंने आग लगने की असली वजह बताई है।
हमीरपर निवासी भगवान दास के बेटे का बच्चा भी शिशु वार्ड में भर्ती था। वह बताते है कि वार्ड में एक ऑक्सीजन सिलेंडर के पाइप को लगाने के लिए एक नर्स ने माचिस की तीली जलाई थी। जैसे ही उसने तीली जलाई ऑक्सीजन से भरे NISU में आग लग गई। आग फैलने लगी तो भगवान दास ने तुरंत 3 से 4 बच्चों को कपड़े में लपेटा और बाकी लोगों की मदद से बच्चों को बचाया।
एक्सपायर थे आग बुझाने वाले सिलेंडर
जब वार्ड में आग लगी तो अस्पताल में न तो फायर अलार्म बजा और न ही आग बुझाने वाले सिलेंडर काम आए। सिलेंडर पर 2020 की एक्सपायरी डेट लिखी हुई थी। अस्पताल में दिखावे के लिए सिलेंडर रखे हुए थे जो अस्पताल की लापरवाही को दर्शाता है। योगी सरकार मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये देने की घोषणा कर चुकी हैं। वहीं घायलों को 50 हजार की मदद देने का ऐलान किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है और घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे।