सु्प्रीम कोर्ट ने मंगलवार को बैलेट पेपर के जरिए चुनाव कराए जाने की मांग वाली जनहित याचिका को खारिज कर दिया। 23 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए गए थे। इसके बाद से विपक्षी दलों ने ईवीएम को लेकर सवाल खड़े कर दिए। उद्धव सेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने मांग की थी कि चुनाव दोबारा होने चाहिए। उनके मुताबिक, बैलेट पेपर से वोटिंग की जाए तो रिजल्ट सही आएगा। इधर, कांग्रेस और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग कर दी है।
मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा की तर्ज पर ही देश में बैलेट पेपर यात्रा कांग्रेस निकालेगी। कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों का दावा है कि बैलेट पेपर में छेड़छाड़ होती है, निष्पक्ष तरीके से चुनाव होने अनिवार्य हैं।
बैलेट पेपर पर कांग्रेस का जोर
26 नवंबर को खरगे ने इसकी जानकारी दी और कहा कि हम चाहते हैं कि बैलेट पेपर से ही चुनाव हो। इसके लिए भारत जोड़ो यात्रा की तर्ज पर पूरे देश में अभियान चलाएंगे। खड़गे ने आरोप लगाया कि ओबीसी, एससी, एसटी और कजोर तबके के लोगों का वोट फिजूल जा रहा है। हम बैलेट पेपर से वोट की मांग करते हैं। हमारी एक ही डिमांड है कि बैलेट पेपर से चुनाव कराया जाए। अगर ऐसा हो जाए तो इन लोगों को पता चल जाएगा कि वे कहां खड़े हैं।
कांग्रेस की 'बैलेट' मुहिम
खड़गे ने कहा कि कांग्रेस एक मुहिम चलाएगा जिसमे सभी पार्टियों को शामिल किया जाएगा। जैसे राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा पूरे देश में चलाया गया वैसे ही बैलेट पेपर से चुनाव करने के लिए अभियान चलाएंगे। जातीय जनगणना का मुद्दा उठाते हुए खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को समझना होगा कि सभी वर्ग अपनी हिस्सेदारी चाहता है और उसे मांग रहा है। खड़गे ने कहा है कि अगर वास्तव में आप देश में एकता चाहते हैं तो फिर नफरत फैलाना बंद करना होगा।
बैलेट पेपर पर क्या बोला सुप्रीम कोर्ट
डॉ. केए पॉल ने बैलेट पेपर पर वोटिंग कराने की मांग पर एक याचिका दायर की थी। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने इसे खारिज करते हुए कहा कि जब आप जीतते हैं तो ईवीएम ठीक है। लेकिन जब हार जाते हैं तो कहते हैं कि ईवीएम से छेड़छाड़ हुई।
सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज करते हुए सवाल किया कि अगर बैलेट पेपर से वोटिंग होगी तब क्या कोई भ्रष्टाचार नहीं होगा? याचिकाकर्ता ने दावा किया कि टेस्ला के सीईओ एलन मस्क भी कह चुके हैं कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की जा सकती है।