भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के बीच देश की सुरक्षा और आपातकालीन तैयारियों को परखने के लिए गुरुवार से चार राज्यों—गुजरात, राजस्थान, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल फिर से शुरू होंगे। यह कदम हाल ही में भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ शुरू किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' और दोनों देशों के बीच सैन्य कार्रवाई व गोलीबारी रोकने के द्विपक्षीय समझौते के कुछ हफ्तों बाद उठाया गया है। इसके अलावा, हरियाणा सरकार 29 मई को अपने सभी 22 जिलों में शाम 5 बजे से 'ऑपरेशन शील्ड' नामक एक बड़े सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का आयोजन करेगी, जिसका उद्देश्य आपात स्थिति में राज्य की तैयारियों और प्रतिक्रिया क्षमता को मजबूत करना है।
यह अभ्यास अप्रैल 2025 में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू किए गए 'ऑपरेशन अभ्यास' का हिस्सा है। इसके बाद केंद्र सरकार ने देशभर में सिविल डिफेंस अभ्यास की घोषणा की थी। गृह मंत्रालय ने 244 जिलों को निर्देश दिए हैं कि वे ब्लैकआउट अभ्यास, हवाई हमले की सायरन, इवैकुएशन प्रोसेस और लोगों को युद्ध जैसी आपात स्थिति के लिए तैयार करने के लिए अवेयरनेस सेशन आयोजित करें। इन अभ्यासों का लक्ष्य नागरिकों को युद्ध जैसी परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार करना है।
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हरियाणा के सभी जिलों में ड्रिल
हरियाणा सरकार ने घोषणा की है कि 'ऑपरेशन शील्ड' के तहत गुरुवार को होने वाला अभ्यास आपातकालीन सिस्टम को परखने और सिविल प्रशासन, रक्षा बलों व स्थानीय समुदायों के बीच समन्वय को बेहतर करने पर केंद्रित होगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) सुमिता मिश्रा ने बताया कि इस अभ्यास में सिविल डिफेंस वॉर्डन, रजिस्टर्ड वॉलंटियर और युवा संगठन जैसे नेशनल कैडेट कॉर्प्स (एनसीसी), नेशनल सर्विस स्कीम (एनएसएस), नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस) और भारत स्काउट्स एंड गाइड्स बड़े पैमाने पर शामिल होंगे। महत्वपूर्ण क्षेत्रों में रात 8 बजे से 15 मिनट का कंट्रोल्ड ब्लैकआउट भी होगा, जिसमें अस्पताल, अग्निशमन और पुलिस स्टेशन जैसी जरूरी सेवाओं को छूट दी जाएगी।
‘कैमरे में किया रिकॉर्ड’
27 मई को गुजरात के गांधीनगर में एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर जोर देते हुए कहा कि भारत ने नौ आतंकी ठिकानों पर हमले किए और इन्हें कैमरे पर रिकॉर्ड किया ताकि कार्रवाई का सबूत दिया जा सके। उन्होंने कहा, ‘यह वीरों की भूमि है। अब तक हम इसे प्रॉक्सी वॉर कहते थे, लेकिन 6 मई के बाद जो देखा, अब इसे प्रॉक्सी वॉर कहना गलती होगी। 22 मिनट में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट करना एक निर्णायक कार्रवाई थी। इस बार सब कुछ कैमरे के सामने हुआ ताकि कोई सबूत न मांगे।’
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मोदी ने आगे कहा, ‘पाकिस्तान अब प्रॉक्सी वॉर नहीं लड़ रहा, क्योंकि आतंकियों को राजकीय सम्मान दिया गया, जो उनकी सैन्य रणनीति का हिस्सा है। आप पहले से ही युद्ध लड़ रहे हैं, और जवाब उसी तरह मिलेगा। हम किसी से दुश्मनी नहीं चाहते। हम शांति से रहना चाहते हैं और प्रगति करना चाहते हैं ताकि दुनिया के कल्याण में योगदान दे सकें।’