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नोएडा में शराब की मची 'लूट', एक पर एक मुफ्त, वजह दिलचस्प है

यूपी के लोग इन दिनों शराब के ठेकों पर उमड़ पड़े हैं। लोग भर-भरकर हाथ में शराब की पेटियां लेकर जा रहे हैं। ऐसा क्यों हो रहा है, पढ़ें इस रिपोर्ट में।

Noida

नोएडा सेक्टर 18 में शराब की दुकान पर उमड़ी भीड़। (Photo Credit: PTI)

उत्तर प्रदेश के नोएडा और मुज्जफ्फरनगर जैसे शहरों में शराब की दुकानों पर लंबी कतारें लगी हैं। लोग भर-भर कर शराब की बोतलें खरीद रहे हैं। किसी के हाथ में शराब की पेटी है, किसी के हाथ बोतलों से भरे हुए हैं। शराब के लिए 'पैनिक बाइंग' जैसी स्थिति बन गई है। वजह नोएडा में 'एक पर एक फ्री' स्कीम लागू है, जिसकी वजह से यह हो रहा है।

यूपी में नई आबकारी नीतियां 1 अप्रैल से लागू हो रही हैं। उसे भुनाने के लिए शराब विक्रेता जल्दी से जल्दी शराब की बेचना चाहते हैं। शराब की दुकानों को उमड़ती भीड़ थमने का नाम नहीं ले रही है। उत्तर प्रदेश के लगभग हर बड़े शहर में यही हाल है। 

शराब बेचने के लिए उतावले क्यों हैं दुकानदार?
शराब विक्रेताओं को 31 मार्च तक पुराना स्टॉक खत्म करना है। शराब की कीमतों में 40 से 50 फीसदी तक छूट दी जा रही है। 31 मार्च तक दुकानदार, अपना स्टॉक खाली करने की तैयारी में हैं। उन्होंने इसी वजह से ऐसी स्कीम लॉन्च कर दी है कि लोग उमड़ पड़े हैं। शराब के शौकीनों के लिए यह मौके की तरह है। शराब की दुकानों पर इतनी भीड़ हो रही है कि लोग आपस में उलझते नजर आ रहे हैं। 

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क्यों शराब बेचने की जल्दी मची है?
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक ई-लॉटरी सिस्टम के जरिए 80 फीसदी मौजूदा शराब विक्रेताओं के लाइसेंस बदले जाएंगे। आबकारी अधिकारियों का कहना है कि नोएडा में शराब की दुकानें औसतन 10 हजार बीय की बोतलें, 30 हजार विदेशी शराब की बोतलें और 40 हजार देसी शराब की बोतलें बेचती है्ं, हर दिन इससे 3-4 करोड़ रुपये का राजस्व मिलता है। आबकारी अधिकारियों का कहना है कि इस सप्ताह 30 से 40 फीसदी ज्यादा शराब बिक रही है।



नोएडा में शराब की दुकानों पर उमड़ी भीड़। (Photo Credit: PTI)

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क्या है ई लॉटरी सिस्टम?
बीते साल तक शराब की दुकानों के लाइसेंस को रिन्यू किया जाता था। ई लॉटरी सिस्टम की शुरुआत से नए लोगों को भी बाजार में उतरने का मौका मिलेगा। राज्य सरकार ने अब संयुक्त दुकानें शुरू की हैं। अब बीयर और मेड इन इंडिया विदेशी शराब (IMFL) दोनों को एक साथ बेचेंगी। अब अलग-अलग बीयर और IMFL का विलय हो जाएगा। 



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कब से शुरू है पैनिक बाइंग?

यूपी में शुक्रवार को शराब खरीदने वाले लोगों को नई आबकारी नीति के बारे में जैसे ही जानकारी मिली, दुकानदार आधी कीमत पर शराब बेचने लगे। लोग जल्द से जल्द पुराना स्टॉक बेच देना चाहते हैं। आधी कीमत पर शराब बेची जा रही है। लोग पेटियों में शराब खरीद रहे हैं। नोएडा में पहले शराब की 535 दुकानें थीं, इसे 501 कर दिया गया है। 239 कंपोजिट दुकानें होंगी, 234 देसी शराब की दुकानें होंगी, 27 मॉडल शॉप और 1 भांग की दुकान भी होगी। 

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