गुरुग्राम में एक प्राइवेट कंपनी में काम करने वाली एक महिला ने ओला कैब को लेकर एक दिल दहला देने वाली घटना सोशल मीडिया लिंक्डइन पर शेयर की।
सोशल मीडिया पोस्ट के मुताबिक दिल्ली की रहने वाली 20 दिसंबर को दोपहर करीब डेढ़ बजे ओला कैब से गुरुग्राम स्थित अपनी कंपनी जा रही थी तो सिरहौल टोल पार करने के बाद नेशनल मीडिया सेंटर के पास ड्राइवर ने बेवजह अपनी कैब को धीरे कर दिया।
इसके बाद महिला के मुताबिक उन्होंने दो लोगों को कैब को साइड में रोकने का इशारा किया। इस पर ड्राइवर ने बजाय गाड़ी को भगाने के उनके अनुसार कार साइड में रोक दी।
इतने में ही दो और लोग बाइक से वहां आ गए। उन्होंने लिखा कि अब ड्राइवर समेत कुल पांच लोग हो गए थे। आगे वह लिखती हैं कि जब उन्होंने ड्राइवर से पूछा कि वह अनजान व्यक्ति के इशारों पर काम क्यों कर रहे हैं तो उसने कहा कि 'मेरी किश्त बाकी है।' इस पर महिला के मुताबिक वह समझ गई कि उसकी मिलीभगत है।

कार से निकल कर भागी महिला
इसके बाद वह लिखती हैं कि डर से वह कांप गईं और दाहिनी ओर का कार का दरवाजा खोल के वह भागीं। उन्होंने इस दौरान एसओएस बटन का उपयोग किया लेकिन उससे कोई फायदा नहीं हुआ।
ओला को किया टैग
वह लिखती हैं कि उन्होंने ओला ग्राहक सेवा में शिकायत दर्ज कराई लेकिन 24 घंटे से ज्यादा बीतेने के बाद भी कंपनी की ओर से कोई जवाब नहीं आया। महिला ने ओला कंपनी के मालिक भाविष अग्रवाल से इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देने के लिए कहा है।