पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने जो कायराना हरकत की थी, उसका बदला भारत ने 7 मई की रात को ले लिया है। भारत ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर हमला किया है। भारतीय सेना ने चुन-चुनकर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है। इसे 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया गया था। यह नाम खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया था। सेना ने रात 1 बजकर 51 मिनट पर X पर पोस्ट किया 'न्याय हुआ। जय हिंद। ऑपरेशन सिंदूर।'
भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK में मौजूद जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के 9 ठिकानों पर मिसाइलें बरसाई हैं। सेना ने साफ किया है कि किसी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं माना गया है। सिर्फ आतंकी ठिकानों पर ही हमला किया गया है।
सेना ने जैश के 4, लश्कर के 3 और हिज्बुल के 2 ठिकानों पर हमला किया है। जैश के मरकज सुभान अल्लाह (बहावलपुर), सरजाल (तेहरा कलां), मरकज अब्बास (कोटली) और सैयदाना बिलाल कैंप (मुजफ्फराबाद) पर हमला किया गया है। लश्कर के मरकज तैयबा (मुरीदके), मरकज अहले हदित (बरनाला) और सवाई नाला कैंप (मुजफ्फराबाद) को निशाना बनाया गया है। वहीं, हिज्बुल मुजाहिद्दीन के महमूना जोया (सियालकोट) और मसकर राहिल शाहिद (कोटली) पर सेना ने मिसाइल दागी है।
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एकदम सटीक हमला
भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर एकदम सटीक हमला किया है। भारत की मिसाइलें सीधे आतंकी ठिकानों पर जाकर लगी हैं।
भारतीय सेना ने बताया पाकिस्तान और PoK में उन आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया है, जहां से भारत के खिलाफ आतंकी हमलों की साजिश रची जा रही थी। सेना ने साफ किया कि यह कार्रवाई केंद्रित, नपी-तुली और गैर-उकसावे वाली है। पाकिस्तान के किसी भी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया है।

बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद 'ऑपरेशन सिंदूर' की मॉनिटरिंग कर रहे थे। बताया जा रहा है कि इस एयरस्ट्राइक के लिए भारतीय सेना ने सटीक मार करने वाली मिसाइलों का इस्तेमाल किया था।
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किन मिसाइलों से हुआ हमला?
आतंक पर मार करने के लिए तीनों सेनाओं- आर्मी, नेवी और एयरफोर्स ने मिलकर काम किया था। इस बार भारत ने राफेल लड़ाकू विमान से पाकिस्तान पर मिसाइलें गिराई हैं।
बताया जा रहा है कि इस एयरस्ट्राइक में SCALP और HAMMER जैसी मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था। SCALP मिसाइल 300 किलोमीटर की दूरी तक एकदम सटीक मार करने में सक्षम है। यही कारण है कि इस तरह की एयरस्ट्राइक के लिए इस मिसाइल का इस्तेमाल किया गया।
यह मिसाइल बंकर को भी भेद सकती है। एक खास बात यह भी है कि इस मिसाइल से सिर्फ टारगेट पर ही अटैक करती है और इससे आसपास की जगहों को नुकसान नहीं होता। विमान से छोड़े जाने के बाद यह मिसाइल रडार की पकड़ में भी नहीं आती।
'ऑपरेशन सिंदूर' में इस्तेमाल दूसरी मिसाइल HAMMER है, जिसे ग्लाइड बम के नाम से भी जाना जाता है। यह किसी भी मौसम में हवा से जमीन पर सटीक वार कर सकती है।
HAMMER मिसाइल की रेंज 70 किलोमीटर तक है। इस मिसाइल को फ्रेंच कंपनी सफ्रान ने बनाया है। इसे कम ऊंचाई से उबड़-खाबड़ वाले इलाकों में लॉन्च किया जा सकता है। इस मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इससे किले जैसे ढांचे को भी भेदा जा सकता है।

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PM मोदी ने सेना को दे दी छूट
22 अप्रैल को आतंकियों ने पहलगाम की बैसरन घाटी में 26 लोगों की हत्या कर दी थी। इस हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फोर्स (TRF) ने ली थी, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है। इस आतंकी हमले के 2 दिन बाद पीएम मोदी ने बिहार के मधुबनी में एक रैली में कहा था कि आतंकियों और उनके आकाओं को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी।
29 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सेनाओं को खुली छूट दे दी थी। बताया गया था कि पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि टारगेट और तरीका सेना खुद तय करे।