भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अब कम होता दिख रहा है। पिछले हफ्ते 'ऑपरेशन सिंदूर' के चलते भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था। बात जंग तक आ गई थी। हालांकि, शनिवार को पाकिस्तान ने खुद ही फोन कर 'सीजफायर' करने की पहल की। इसके बाद भारत और पाकिस्तान में समझौता हो गया और तय हुआ कि दोनों ही देश जमीन, पानी और हवा से हमले नहीं करेंगे। रविवार को सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि ऑपरेशन सिंदूर का जो मकसद था, उसे हासिल कर लिया गया है। इसमें नेवी के वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि पहलगाम अटैक के बाद अरब सागर में नौसेना एक्टिव हो गई थी।
डायरेक्टर जनरल ऑफ नेवल ऑपरेशन (DGNO) वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि नौसेना उत्तरी अरब सागर में तैनात हो गई थी और समंदर से लेकर जमीन तक हमला करने के लिए पूरी तैयार थी, जिसमें कराची भी शामिल था।
यह भी पढ़ें-- बदला पूरा, PAK को सबक; ऑपरेशन सिंदूर से भारत को क्या मिला?
बैटल ग्रप कर दिया था तैनात
उन्होंने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम अटैक के 96 घंटों के भीतर नौसेना ने अरब सागर में कई हथियारों की टेस्टिंग की थी। उन्होंने बताया, इसका मसद हमारे क्रू, हथियारों और इक्विपमेंट को फिर से वैलिडेट करना था, ताकि टारगेट पर सटीक रूप से हमला किया जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि पहलगाम अटैक के बाद अरब सागर में कैरियर बैटल ग्रुप को भी तैनात किया गया था। कैरियर बैटल ग्रुप नौसेना की एक फ्लीट है, जिसमें एयरक्राफ्ट कैरियर और उसके साथ आने वाले जहाज शामिल होते हैं।
वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि भारतीय नौसेना की तैनाती ने पाकिस्तानी नौसेना और एयर यूनिट को डिफेंसिंव मोड में रहने के लिए मजबूर कर दिया था। उन्होंने कहा, 'भारतीय नौसेना पूरे समय समुद्री क्षेत्र में एक्टिव मोड में रही और उसे पाकिस्तानी यूनिट की जगह और आवाजाही के बारे में सबकुछ पता था।'
उन्होंने कहा, भारतीय नौसेना ने समुद्र और समुद्र में कार्रवाइयों के सभी विकल्पों पर विचार किया गया था। उन्होंने बताया, 'नौसेना ने अपनी योजना वायुसेना और थल सेना के साथ मिलकर बनाई थी।'
यह भी पढ़ें-- PAK को कितना नुकसान? इंडियन एयरफोर्स ने जारी की तस्वीरें; दिखी तबाही
समंदर में तैनात है भारतीय नौसेना
वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने कहा, 'थल सेना और वायुसेना की कार्रवाइयों के साथ-साथ समुद्र में भारतीय नौसेना की जबरदस्त क्षमता ने पाकिस्तान को सीजफायर के लिए मजबूर कर दिया।'
उन्होंने बताया कि भारतीय नौसेना समुद्र में तैनात है, ताकि पाकिस्तान या वहां के आतंकवादियों की किसी भी हरकत का जवाब दिया जा सके। उन्होंने कहा, 'इस बार अगर पाकिस्तान कुछ हरकत करने की कोशिश करता है तो वह जानता है कि हम क्या करने जा रहे हैं।'
यह भी पढ़ें-- ऑपरेशन सिंदूर की आवाज बने विदेश सचिव विक्रम मिसरी कौन हैं?
ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है
पहलगाम अटैक का बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने 7 मई की रात को 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च किया था। 25 मिनट तक चले इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK में बने 9 आतंकी ठिकानों को उड़ा दिया था। भारतीय सेना ने जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकी ठिकानों को उड़ाया था।
डायरेक्ट जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि इस ऑपरेशन में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं। मारे गए आतंकियों में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का साला मोहम्मद युसुफ अजहर भी शामिल है। लश्कर आतंकी मुदस्सिर खादियां खास, जैश आतंकी मोहम्मद हसन खान, जैश आतंकी हाफिज मोहम्मद जमील और लश्कर आतंकी खालिद उर्फ अबु आकाशा भी मारा गया है।
भारतीय सेना के 'ऑपरेशन सिंदूर' से पाकिस्तान बौखला गया था। पाकिस्तान की सेना की तरफ से LoC पर गोलीबारी, गोलाबारी और ड्रोन हमले किए जा रहे थे, जिसका भारत ने मजबूती के साथ जवाब दिया। 8 और 9 मई की रात को पाकिस्तान ने ड्रोन अटैक कर भारत के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया।