logo

ट्रेंडिंग:

शांति के बदले ट्रोलिंग! विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी ने ऐसा क्या कहा था

पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने हमला कर दिया था, जिसमें लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की भी मौत हो गई थी। अब उनकी पत्नी हिमांशी नरवाल को उनके एक बयान के लिए ट्रोल किया जा रहा है। इस पर महिला आयोग ने बयान जारी किया है।

vinay narwal

आतंकी हमले में जान गंवाने वाले विनय नरवाल और उनके बगल में हिमांशी। (Photo Credit: PTI)

पहलगाम अटैक में जान गंवाने वाले नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी को ट्रोल किया जा रहा है।  इस पर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने कहा कि किसी महिला को उसकी वैचारिक अभिव्यक्ति के लिए ट्रोल करना 'किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं' है।


हिमांशी ने हाल ही में मुस्लिमों और कश्मीरियों को लेकर नफरत न रखने की अपील की थी। उनके इस बयान के बाद उन्हें ट्रोल किया जा रहा था। 


विनय नरवाल और हिमांशी की शादी 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले से एक हफ्ते पहले ही हुई थी। पहलगाम में आतंकियों ने विनय से उनका धर्म पूछकर गोली मार दी थी। इस हमले में विनय समेत 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे।

 

यह भी पढ़ें-- कट्टरता नहीं, वफादारी जरूरी; आतंकियों की भर्ती का पैटर्न क्या होता है?

क्या कहा था हिमांशी ने?

हिमांशी को जिस बयान के लिए ट्रोल किया जा रहा है, वह उन्होंने 1 मई को दिया था। 1 मई को विनय नरवाल का 27वां जन्मदिन था। इस दिन उनके परिवार वालों ने ब्लड डोनेशन कैंप लगाया था। इसी कैंप के बाहर न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए हिमांशी ने कहा था, 'जिन लोगों ने गलत किया है, उन्हें सजा मिलनी चाहिए लेकिन हम नहीं चाहते कि लोग कश्मीरियों और मुस्लिमों से नफरत करें।'

 


हिमांशी ने कहा था, 'हम शांति चाहते हैं और सिर्फ शांति। बेशक हम न्याय चाहते हैं और जिन्होंने गलत किया, उन्हें सजा मिलनी चाहिए।' 

 

यह भी पढ़ें-- पाकिस्तान को मिलने वाला पानी तुरंत रुकेगा? सिंधु जल संधि की पूरी कहानी

महिला आयोग ने क्या कहा?

उनके इसी बयान को लेकर सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल किया जाने लगा था। इस पर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने निंदा की है। महिला आयोग ने कहा, 'लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की मौत के बाद जिस तरह से उनकी पत्नी हिमांशी नरवाल को उनके एक बयान को लेकर सोशल मीडिया पर निशाना बनाया जा रहा है, वह बेहद निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है।'


महिला आयोग ने कहा, 'किसी भी महिला को उसकी वैचारिक अभिव्यक्ति या निजी जीवन के आधार पर ट्रोल करना किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।'

 


आयोग ने कहा कि किसी भी सहमति या असहमति को शालीनता और संविधान के दायरे में रहकर व्यक्त किया जाना चाहिए। आयोग ने कहा कि वह हर महिला की गरिमा और सम्मान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

 

यह भी पढ़ें-- 260 मौतें, कैंप में 58000 लोग; मणिपुर हिंसा के 2 साल में क्या कुछ हुआ?

16 अप्रैल को ही हुई थी शादी

विनय नरवाल और हिमांशी की शादी 16 अप्रैल को ही हुई थी। 19 अप्रैल को शादी का रिसेप्शन रखा गया था। शादी के बाद दोनों पहलगाम में छुट्टियां मनाने गए थे। 22 अप्रैल को आतंकियों ने पहलगाम की बैसरन घाटी में हमला कर दिया था और 26 लोगों की हत्या कर दी थी। इस हमले में विनय नरवाल की भी मौत हो गई थी।


हरियाणा के करनाल जिले से ताल्लुक रखने वाले विनय नरवाल दो साल पहले ही नौसेना से जुड़े थे। वह बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद नौसेना से जुड़े थे।

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

design

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap