संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण सोमवार से शुरू हो रहा है। सत्र में फिर सरकार और विपक्ष के बीच कई मुद्दों पर टकराव होने की संभावना है।
विपक्ष वोटिंग लिस्ट में कथित हेराफेरी, मणिपुर की ताजा हिंसा और ट्रंप सरकार से निपटने में भारत के रुख जैसे मुद्दों को उठाने की योजना बना रहा है। वहीं, सरकार का ध्यान मणिपुर के लिए अलग से बजट की मंजूरी लेने और वक्फ बिल को पास कराने पर रहेगा। गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर में राष्ट्रपति शासन के ऐलान की मंजूरी के लिए वैधानिक प्रस्ताव पेश कर सकते हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी मणिपुर का बजट पेश करेंगी।
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सरकार का फोकस 35 बिल पास कराने पर
इस सत्र के दौरान सरकार का फोकस दोनों सदनों में पेंडिंग 35 बिल को पास कराने पर रहेगा। राज्यसभा में 26 और लोकसभा में 9 बिल पेंडिंग हैं। बताया जा रहा है कि आईटी कानून की जगह लेने वाला नया बिल भी इस सत्र में पेश हो सकता है।
विपक्ष की क्या है रणनीति?
विपक्ष कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है। विपक्ष का कहना है कि वह इलेक्टोरल फोटो आइडेंटिटी कार्ड (EPIC) के मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए तैयार है।
EPIC में कथित हेरफेर का दावा तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने किया था। टीएमसी का आरोप था कि दूसरे राज्य के वोटर्स पश्चिम बंगाल में वोट डाल सकें, इसके लिए वोटर लिस्ट में हेरफेर की गई थी। हालांकि, चुनाव आयोग ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था।
तृणमूल कांग्रेस के नेता इस मुद्दे को लेकर सोमवार को चुनाव आयोग से भी मिलेंगे। इस मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए टीएमसी ने कांग्रेस, डीएमके, शिवसेना (यूबीटी) समेत कई विपक्षी पार्टियों को एकजुट किया है।
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वक्फ बिल पर हो सकती है जोरदार बहस
बजट सत्र के दूसरे चरण में वक्फ (अमेंडमेंट) बिल को पेश किया जा सकता है। हाल ही में जेपीसी की रिपोर्ट के आधार पर नए वक्फ बिल को मोदी कैबिनेट ने मंजूरी दी थी। माना जा रहा है कि इस बिल को इसी सत्र में पेश किया जा सकता है। सरकार का पूरा ध्यान भी इस बिल को संसद से पास कराने पर है।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा था कि सरकार की प्राथमिकता जल्द से जल्द वक्फ बिल को पास कराने की है, क्योंकि इससे मुस्लिम समुदाय के कई मुद्दे सुलझेंगे।
वहीं, विपक्ष इस बिल का विरोध कर रहा है। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने दावा किया कि पूरा विपक्ष एकजुट होकर इस बिल का विरोध करेगा।
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इन मुद्दों पर भी हो सकता है हंगामा
इस सत्र में सरकार और विपक्ष के बीच कई और भी मुद्दों पर हंगामा होने के आसार हैं। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि विपक्ष चुनाव प्रक्रियाओं में अनियमितताओं का मुद्दा उठाएगी। उन्होंने दावा करते हुए कहा, 'अब स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव नहीं हो रहे हैं।' उन्होंने बताया कि संसद में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ धमकियों का मुद्दा भी उठाया जाएगा। इसके अलावा मणिपुर में हिंसा की ताजा घटनाओं पर भी विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है।