लोकसभा चुनाव में तीसरी जीत हासिल करने के बाद नरेंद्र मोदी की सरकार ने पीएम इंटर्नशिप योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत देश की 500 कंपनियों में युवाओं को इंटर्नशिप कराई जाएगी। इसके लिए भारी भरकम बजट भी रखा गया है। अब एक हैरान करने वाला तथ्य सामने आया है। सरकार की योजना के मुताबिक, लगभग 1.3 लाख युवाओं को इंटर्नशिप करवाई जानी है। इतने पदों के लिए लगभग 6.2 लाख से ज्यादा आवेदन अब तक आ चुके हैं। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने इस योजना का ऐलान तो पिछले ही बजट में कर दिया था लेकिन अक्तूबर 2024 में इसकी शुरुआत की गई। इस हफ्ते कुछ युवाओं को इंटर्नशिप लेटर भी दिए जाने थे लेकिन कार्यक्रम को टाल दिया गया।
दरअसल, CSR फंड का इस्तेमाल करते हुए 500 प्राइवेट कंपनियां इन युवाओं को इंटर्नशिप करवाएंगी। इस योजना का लक्ष्य यह है कि युवाओं को सीधे कंपनियों में काम सीखने का मौका मिले जिससे अगले पांच साल में एक करोड़ युवा प्रशिक्षित हों और वे इंडस्ट्री के हिसाब से काम करने को तैयार हो जाएं। इस योजना के तहत 840 करोड़ का बजट भी रखा गया है। मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक 2024-25 में इस योजना के लिए 2000 करोड़ का बजट रखा गया है लेकिन 20 नवंबर 2024 तक सिर्फ 6.04 करोड़ रुपये ही खर्च किए गए हैं।
क्या है योग्यता?
सरकार ने स्पष्ट किया है कि कंपनियां अपनी मर्जी से इस प्रोग्राम का हिस्सा बन सकती हैं। 12 अक्तूबर 2024 से 15 नवंबर तक इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करवाए गए थे। इस दौरान लाखों की संख्या में आवेदन आए। मौजूदा आंकड़ों के मुताबिक, कंपनियों ने 1.27 लाख इंटर्नशिप के मौके उपलब्ध कराए हैं लेकिन इतने पदों के लिए 6.21 लाख युवा लाइन में हैं। इस योजना का लाभ पाने के लिए योग्यता यह है कि परिवार में कोई भी शख्स 8 लाख रुपये से ज्यादा सालाना न कमाता हो। किसी भी सदस्य के पास सरकारी नौकरी न हो और कहीं फुल टाइम पढ़ाई न करता हो। उम्र सीमा 21 से 24 साल होनी चाहिए।
इंटर्नशिप करके क्या मिलेगा?
इस योजना के तहत अलग-अलग कंपनियों में इंटर्नशिप करने वाले युवाओं को 12 महीने तक सीखने का मौका मिलेगा। सरकार की ओर से हर महीने 4500 रुपये और कंपनी की ओर से 500 रुपये यानी कुल 5000 रुपये हर महीने मिलेंगे। इंटर्नशिप के दौरान पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना और पीएम सुरक्षा बीमा योजना का भी लाभ मिलेगा।