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'मैं भगवान नहीं हूं', अपने पहले पॉडकास्ट में ऐसा क्यों बोल गए PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीरोधा के को-फाउंडर निखिल कामथ के साथ में अपना पॉडकास्ट किया। पॉडकास्ट में उन्होंने अपने जीवन के कई पहलुओं के बारे में बात की।

Nikhil Kamath modi podcast

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। Photo credit- @narendramodi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2025 में पहली बार सार्वजनिक पॉडकास्ट इंटरव्यू दिया है। पीएम ने शुक्रवार को जीरोधा के को-फाउंडर निखिल कामथ के साथ में पॉडकास्ट में अपने जीवन के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर बात की। पॉडकास्ट में प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके जीवन का एक अहम मंत्र है, 'कभी भी बुरे इरादे से कुछ भी गलत न करें।'

 

पीएम ने कहा कि हर व्यक्ति से गलतियां होती हैं, 'लेकिन किसी भी काम को गलत इरादों से करना किसी भी हालात में ठीक नहीं है।' पीएम मोदी ने अपने अनुभव शेयर करते हुए कहा कि जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री बने, तो उन्होंने खुद से वादा किया था कि वे कड़ी मेहनत से पीछे नहीं हटेंगे और अपने लिए कुछ नहीं करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि गलतियां होती हैं, और वह भी कुछ गलतियां कर सकते हैं।

 

राजनीति में अच्छे लोग आएं

 

प्रधानमंत्री ने राजनीति में अच्छे और बेहतर लोगों के आने की वकालत की और इस बात पर जोर दिया कि युवाओं को महत्वाकांक्षा नहीं, बल्कि एक मिशन के साथ राजनीति में आना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा, 'मैं इंसान हूं, कोई भगवान नहीं और गलती करना इंसान की फितरत है, लेकिन किसी भी काम में बुरे इरादे से नहीं आना चाहिए।'

 

पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने वैश्विक संघर्ष, राजनीति में युवाओं की भागीदारी और प्रधानमंत्री के रूप में लगातार तीनों कार्यकाल पर खुलकर बोला। उनके तीनों कार्यकाल के बारे में पूछे जाने पर पीएम ने कहा, 

 

आपके तीनों कार्यकाल कैसे रहे?

 

'पहले कार्यकाल में लोग मुझे समझने की कोशिश कर रहे थे और मैं दिल्ली को समझने की कोशिश कर रहा था। दूसरे कार्यकाल में, मैं अतीत के दृष्टिकोण से सोचता था। तीसरे कार्यकाल में मेरी सोच बदल गई है, मेरा मनोबल ऊंचा है और मेरे सपने बड़े हो गए हैं। मैं 2047 तक विकसित भारत के लिए सभी समस्याओं का समाधान चाहता हूं। सरकारी योजनाओं की 100 फीसदी डिलीवरी होनी चाहिए। यही वास्तविक सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता है। इसके पीछे प्रेरक शक्ति AI यानी 'एस्पिरेशनल इंडिया' है।'

 

'शी जिनपिंग खुद मेरे गांव आना चाहते थे'

 

पीएम ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को लेकर कहा कि शी खुद गुजरात के वडनगर आना चाहते थे। उन्होंने कहा, 'जब मैं 2014 में प्रधानमंत्री बना तो दुनिया भर के नेता शिष्टाचार भेंट करते हैं। चीनी राष्ट्रपति शी ने भी शिष्टाचार भेंट की, जिसमें उन्होंने कहा कि वे भारत आना चाहते हैं। मैंने कहा 'आपका स्वागत है, आप अवश्य आएं। उन्होंने कहा कि मैं गुजरात, आपके गांव वडनगर आना चाहता हूं। उन्होंने कहा 'आप जानते हैं क्या? मेरे और आपके बीच एक विशेष बंधन है।' शी ने कहा कि चीनी दार्शनिक ह्वेन त्सांग आपके गांव में सबसे लंबे समय तक रहे और जब वे चीन लौटे, तो वे मेरे गांव में रहे।'

 

पीएम मोदी ने पहले पॉडकास्ट में अतीत को किया याद...

 

  • पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने पॉडकास्ट डेब्यू को स्वीकार करते हुए कहा कि यह मेरा पहला पॉडकास्ट है, मुझे नहीं पता कि यह दर्शकों को कैसा लगेगा।
  • पीएम मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल को याद करते हुए कहा, 'मैंने कुछ असंवेदनशील तरीके से कहा होगा। गलतियां होती हैं। मैं इंसान हूं, भगवान नहीं।'
  • "जब मैं गुजरात मुख्यमंत्री बना तो मैंने एक भाषण दिया जिसमें मैंने कहा, 'मैं कड़ी मेहनत से पीछे नहीं हटूंगा' और 'मैं अपने लिए कुछ नहीं करूंगा' और 'मैं इंसान हूं जो गलतियां कर सकता है, लेकिन मैं कभी भी बुरे इरादे से कुछ भी गलत नहीं करूंगा। यह मेरे जीवन का मंत्र है। हर कोई गलतियां करता है जिसमें मैं भी शामिल हूं। आखिरकार, मैं एक इंसान हूं, कोई भगवान नहीं।'
  • मोदी ने अपने बचपन को याद करते हुए कहा, 'मैं अपने परिवार के सभी सदस्यों के कपड़े धोता था। इसी वजह से मुझे तालाब पर जाने की अनुमति मिली।' 
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