इंजीनियरिंग का शानदार उदाहरण कहे जा रहे चिनाब ब्रिज पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर दशकों का इंतजार खत्म कर दिया है। कटरा-श्रीनगर वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के साथ ही अब कश्मीर घाटी भी सीधे तौर पर रेल नेटवर्क से जुड़ गई है। रोचक बात यह रही कि पीएम मोदी ने चिनाब ब्रिज पर तिरंगा झंडा लहराकर एक संदेश देने की भी कोशिश की। इस रेल खंड का उद्घाटन होने के बाद भारतीय रेलवे की ट्रेन अब कटरा से सीधे श्रीनगर होते हुए आखिरी स्टेशन बारामुला तक भी जा सकेगी। शुरुआत में दो वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई है। एक ट्रेन कटरा से श्रीनगर और दूसरी श्रीनगर से कटरा के लिए चलेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले उधमपुर स्थित एयरफोर्स स्टेशन पहुंचे थे। इसके बाद वह हेलिकॉप्टर से चिनाब नदी पर बने पुल का उद्घाटन करने के लिए हेलिकॉप्टर से रवाना हुए। प्रधानमंत्री की इस यात्रा के लिए बहु-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। चिनाब पुल का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के पहले ‘केबल-स्टेड’ अंजी खड पुल का भी उद्घाटन किया। साथ ही, 272 किलोमीटर लंबे उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (यूएसबीआरएल) के पूरा होने के उपलक्ष्य में वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई।
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ट्रेन को हरी झंडी दिखाने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने वंदे भारत ट्रेन में सवार स्कूली बच्चों और ट्रेन के लोको पायलट से भी बातचीत की। उन्होंने कटरा रेलवे स्टेशन से वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। यही ट्रेन अंजी खड ब्रिज और चिनाब ब्रिज से होते हुए श्रीनगर जाएगी। उन्होंने अंजी खड ब्रिज और चिनाब ब्रिज जाकर इन दोनों ब्रिज का भी उद्घाटन किया। इस दौरान उनके साथ जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और भारत के रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे।
क्यों खास है यह रेल लाइन?
यह रेल लाइन भारतीय रेलवे के मुख्य नेटवर्क को सीधे घाटी तक जोड़ती है। इससे पहले ट्रेन कटरा तक ही जाती थी। उस तरफ संगलदान से बारामुला तक भी लोकल ट्रेन चल रही थीं लेकिन संगलदान से कटरा की लाइन चालू नहीं थी। इसी लाइन पर चिनाब ब्रिज और अंजी खड ब्रिज बने हैं जो खूब चर्चा में हैं। कुल 272 किलोमीटर लंबे इसी रेल खंड को उधमपुर श्रीनगर बारामुला रेल लिंक (USBRL) प्रोजेक्ट कहा जाता है। इस रूट पर सभी ट्रेन बिजली से चलेंगी। इस प्रोजेक्ट में कुल 36 सुरंगें और 943 ब्रिज बनाए गए हैं।
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प्रोजेक्ट का सबसे अहम हिस्सा कटरा-बनिहाल सेक्शन है। कुल 111 किलोमीटर लंबे प्रोजेक्ट का 97.42 किलोमीटर का हिस्सा सिर्फ पुल और टनल से मिलकर ही बना है। इसी सेक्शन में आती है T-50 टनल जो कुल 13 किलोमीटर लंबी है और भारत में रेलवे की सबसे लंबी सुरंग है।