राहुल गांधी ने गुरुवार को वोट चोरी के आरोप लगाते हुए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू की थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा था कि कई विधानसभा क्षेत्रों में वोट जोड़ने और कटवाने के फर्जी काम करवाए गए। इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कई चीजें दिखाई थीं। अब उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के अंजनी मिश्रा ने शिकायत की है कि राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनका फोन नंबर दिखाए जाने के कारण उनके नंबर पर उस दिन से लगातार कॉल आ रहे हैं। इससे उनको काफी परेशानी हो रही है। अंजनी ने कहा है कि यह उनकी निजता का उल्लंघन है जिसको लेकर पुलिस में शिकायत करेंगे।
अंजनी मिश्रा ने बताया कि उनके पास यह फोन नंबर 15 साल से ज्यादा समय से है। प्रयागराज में सेल्स डिपार्टमेंट में काम करने वाले अंजनी ने बताया कि उन्होंने वोटर लिस्ट से नाम हटाने के लिए कभी कोई आवेदन नहीं किया है। 18 सितंबर को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनका नंबर पर दिखाए जाने पर अंजनी को काफी हैरानी भी हुई थी।
राहुल गांधी ने दिखाया था नंबर
अंजनी मिश्रा ने अपने दिए बयान में कहा, 'राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मेरा फोन नंबर सार्वजनिक कर दिया, जिससे मुझे बहुत परेशानी हुई।' उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में वोट चोरी हो गए और मेरी वोटर आईडी डिलीट कर दी गई, जो कि सच नहीं है। मेरा महाराष्ट्र से आने-जाने का कोई इतिहास नहीं है। इसलिए मेरी वोटर आईडी महाराष्ट्र में बनाई या हटाई नहीं जा सकती। यह पूरी तरह से झूठा आरोप है।'
अंजनी ने आगे कहा, 'राहुल गांधी ने झूठा आरोप भी लगाया और मेरा नंबर भी पब्लिक कर दिया। मुझे अंजान, फर्जी और धोखाधड़ी वाले कॉल आ रहे हैं। मैं इसकी शिकायत अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में दर्ज करूंगा। इससे मेरी निजता का भी उल्लंघन हुआ है। मेरे पास यह नंबर पिछले 15 सालों से है। मुझे कभी कोई समस्या नहीं हुई। इसे फर्जी तरीके से दिखाया किया गया जिसकी मैं शिकायत करूंगा।'
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राहुल गांधी ने लगाया वोट चोरी का आरोप
बीते दिन गुरुवार 18 सितंबर को दिल्ली में कांग्रेस के मुख्यालय इंदिरा भवन में राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी। राहुल गांधी के इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को हाइड्रोजन बम का नाम दिया जा रहा था। राहुल गांधी ने चुनाव आयोग और अन्य पर 'वोट चोरी' में मिलीभगत का आरोप लगाया और कहा कि इसमें कई राज्यों के मतदाताओं को निशाना बनाया गया। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मुख्य चुनाव आयोग वोट चोरों और भारतीय लोकतंत्र को नष्ट करने वाले लोगों को बचा रहा है।'
बाद में चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के सभी आरोपों को गलत और निराधार बताकर खारिज कर दिया। चुनाव आयोग ने बताया कि व्यक्ति को सुनवाई का मौका दिए बिना वोटों का नाम हटाया नहीं जा सकता।