भारतीय रेलवे ने रविवार को रेल नीर की कीमतों में कटौती की घोषणा की। अब एक लीटर की रेल नीर बोतल की अधिकतम कीमत 15 रुपये से घटाकर 14 रुपये और आधा लीटर की बोतल की कीमत 10 रुपये से घटाकर 9 रुपये कर दी गई है। यह कटौती जीएसटी सुधारों के फायदे यात्रियों तक पहुंचाने के लिए की गई है।
रेल नीर के अलावा, रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में बिकने वाली अन्य ब्रांड की पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर बोतलों की कीमतें भी कम की जाएंगी। एक लीटर की बोतल की कीमत 15 रुपये से घटकर 14 रुपये और 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 10 रुपये से घटकर 9 रुपये होगी। यह नया नियम 22 सितंबर से लागू होगा। यह कीमत की कमी सिर्फ रेल नीर पर ही लागू नहीं होगी बल्कि आईआरसीटीसी द्वारा शॉर्टलिस्टेड और बिक्री के लिए स्वीकृत किए जाने वाले ब्रांड की बोतलों पर भी लागू होगा। इसका मतलब यह हुआ कि रेल नीर के अलावा भी अगर कोई यात्री किसी अन्य कंपनी को बोतल लेता है तो उसे भी छूट का फायदा मिलेगा।
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जीएसटी दरों में की कमी
हाल ही में, भारतीय रेलवे ने ट्रक, एयर-कंडीशनर, और अन्य जरूरी सामानों की खरीद में जीएसटी दरों को सही करने का फैसला किया है। सब-कॉन्ट्रैक्टर्स द्वारा दी जाने वाली सेवाएं और माल परिवहन एजेंसियों की सेवाएं भी अगले हफ्ते से सस्ती होंगी। रेलवे बोर्ड ने एक लिखित निर्देश में कहा है कि सप्लायर के बिलों की जांच सावधानी से की जाए ताकि भुगतान में कोई गलती न हो।
ग्रेनाइट, मार्बल, ट्रैवर्टाइन ब्लॉक, सैंड लाइम ईंट, और इलेक्ट्रिक एक्युमुलेटर जैसे सामान भी रेलवे के लिए महत्वपूर्ण हैं। जीएसटी अब दो दरों - 5% और 18% - पर आधारित होगी। 12% और 28% की दरें खत्म कर दी गई हैं। इस बदलाव से कीमतें कम होने और खपत बढ़ने की उम्मीद है। इससे कारोबार करना आसान होगा और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के बीच भारत की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
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इकॉनमी में होगी वृद्धि
जीएसटी सुधारों से अर्थव्यवस्था में 20-30 बेसिस पॉइंट की वृद्धि होने की उम्मीद है, जो अमेरिका के 50% टैरिफ के प्रभाव को कम करेगा। इन कर कटौतियों से सरकार को 48,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है, लेकिन वित्त मंत्रालय को उम्मीद है कि बेहतर अनुपालन और दरों के सरलीकरण से यह प्रभाव संतुलित हो जाएगा।
रेल नीर और अन्य पैकेज्ड पानी की कीमतों में कटौती से रेल यात्रियों को राहत मिलेगी। जीएसटी सुधारों से न केवल रेलवे बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था को फायदा होगा।