ट्रेन में सफर करना आज से महंगा हो जाएगा। रेल मंत्रालय ने किराये में बढ़ोतरी कर दी है। हालांकि, यह बहुत मामूली बढ़ोतरी हुई है। किराये में यह बढ़ोतरी जनरल, स्लीपर और AC क्लास में की गई है। यह बढ़ोतरी 5 साल बाद की गई है। इससे पहले आखिरी बार 2020 में किराया बढ़ाया गया था।
रेल मंत्रालय ने एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया है कि किराये में यह बढ़ोतरी 500 किलोमीटर से कम दूरी की यात्रा पर लागू नहीं होगी। रेल मंत्रालय ने बताया कि यह बढ़ोतरी फेयर स्ट्रक्चर को सुव्यवस्थित करने और यात्री सेवाओं की फाइनेंशियल सस्टेनिबिलिटी बढ़ाने के मकसद से की गई है।
कितना बढ़ा किराया?
रेल मंत्रालय के मुताबिक, जनरल (सेकंड क्लास) के किराये में हर किलोमीटर पर आधा पैसा किराया बढ़ाया गया है। इसी तरह स्लीपर क्लास में 1 पैसा प्रति किलोमीटर और AC क्लास में 2 पैसा प्रति किलोमीटर किराया बढ़ गया है। कुल मिलाकर रेल किराये में आधे पैसे से लेकर 2 पैसे तक की बढ़ोतरी की गई है।
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कितना बढ़ जाएगा इससे किराया?
रेल मंत्रालय ने साफ किया है कि 500 किलोमीटर से कम दूरी की यात्रा के किराये में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। जनरल (सेकंड क्लास) में 501 से 1000 किमी की यात्रा पर 5 रुपये, 1501 से 2500 किमी की यात्रा पर 10 रुपये और 2501 से 3000 किमी की यात्रा पर 15 रुपये किराया बढ़ जाएगा।
नॉन-AC वाली मेल या एक्सप्रेस और AC क्लास वाली ट्रेनों में 500 किलोमीटर से कम दूरी यात्रा पर किराये में छूट नहीं है। मेल या एक्सप्रेस ट्रेनों के किराये में 1 पैसा प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की गई है। वहीं, AC क्लास वाली ट्रेनों में 2 पैसा प्रति किलोमीटर किराया बढ़ाया गया है।
यह बढ़ोतरी बेसिक फेयर में की गई है। इसका मतलब हुआ कि यह टिकट की असली कीमत नहीं है। किराये में सरचार्ज और टैक्स लगने के बाद ही टिकट की असली कीमत आती है।
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किन पर लागू नहीं होगा बढ़ा किराया?
जनरल (सेकंड क्लास) में 500 किलोमीटर से कम दूरी की यात्रा के किराये में बढ़ोतरी नहीं होगी। इसके अलावा लोकल या सब-अर्बन ट्रेनों के किराये में भी कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। इसके अलावा, अगर टिकट 1 जुलाई से पहले बुक हुई होगी, तो उसमें भी कोई बदलाव नहीं होगा।
पहले और अब कितना अंतर?
- जनरल (सेकंड क्लास): में 500 किमी तक सफर करने पर पहले भी 91 रुपये किराया लगता था और अब भी। हालांकि, 500 किमी से ज्यादा यात्रा होने पर 5 रुपये तक किराया बढ़ेगा। जैसे- अगर 510 किमी की यात्रा भी करते हैं तो पहले 93 रुपये किराया था, जो अब 98 रुपये हो गया है।
- मेल-एक्सप्रेस ट्रेनः नॉन-AC वाली मेल या एक्सप्रेस ट्रेन में स्लीपर क्लास में 500 किमी तक सफर करते हैं तो पहले 286 रुपये किराया लगता था, अब 291रुपये लगेगा। अगर 1000 किमी तक का सफर है तो अब 459 की बजाय 469 रुपये किराया लगेगा। यानी, 500 किमी से ज्यादा के सफर पर 10 रुपये किराया बढ़ा है।
- AC क्लास: राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, वंदे भारत, तेजस, हमसफर, अमृत भारत, महामना, गतिमान, अंत्योदय, जन शताब्दी, युवा एक्सप्रेस, एसी विस्टाडोम कोच और अनुभूति कोच में अलग-अलग किराया है। अगर राजधानी में 500 किमी तक सफर करते हैं तो 1989 की जगह 1999 रुपये किराया होगा। इसी तरह 1000 किमी तक के सफर पर अब 3346 की बजाय 3366 रुपये किराया देना होगा।
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दिल्ली से मुंबई तक सफर के उदाहरण से समझें
दिल्ली से मुंबई तक की दूरी 1380 से 1400 किलोमीटर है। मान लीजिए कि अगर आप AC क्लास ट्रेन से थर्ड AC में सफर कर रहे हैं तो पूरी 1400 किलोमीटर की दूरी पर 2 पैसे प्रति किमी के हिसाब से किराया बढ़ जाएगा। यह होगा 1400X0.02= 28 रुपये। अगर पहले यह किराया 2,700 रुपये था तो अब यह बढ़कर 2,728 रुपये हो जाएगा। यह अनुमानित कीमत है। क्योंकि किराया ट्रेन की कैटेगरी और सीजन पर भी निर्भर करता है।