भारी बारिश के चलते पूर्वोत्तर के कई राज्यों में बाढ़ आ गई है। पिछले चार दिनों से सिक्किम समेत पूरे पूर्वोत्तर के राज्यों में मूसलाधार बारिश हो रही है, लगातार बारिश की वजह से बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटनाएं बढ़ गई हैं। स्थिती को देखते हुए भारतीय सेना ने इन राज्यों में राहत एवं बचाव कार्य अभियान चला रही है। सेना पैदल ही पूरी तरह से कटे हुए सिक्किम के लाचेन गांव में पहुंचकर 113 फंसे हुए पर्यटकों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला है।
बारिश के बाद पूर्वोत्तर में ब्रह्मपुत्र सहित सात नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बाढ़ से अब तक 37 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें असम में 10, अरुणाचल प्रदेश में 9, मिजोरम में 5 और मेघालय में 6 लोगों की मौत हुई है। मौसम विभाग ने सिक्किम भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है।
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सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी दी
रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही भारतीय सेना ने 'एक्स' पर बचाव कार्यों की जानकारी दी है। रक्षा मंत्रालय ने एक पोस्ट में कहा, 'उत्तरी सिक्किम में विनाशकारी भूस्खलन के मद्देनजर, भारतीय सेना खराब मौसम और खतरनाक इलाकों में लगातार खोज और बचाव अभियान चला रही है। पूरी तरह से कटे हुए लाचेन गांव तक पैदल ही पहुंचा गया है, जिसमें 113 फंसे हुए पर्यटक हैं। इसमें से विदेशी पर्यटकों सहित 30 लोगों को 3 जून को एयरलिफ्ट किया गया।'
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विशेष उपकरणों से लैस सेना की टीमें
दरअसल, विशेष उपकरणों से लैस सेना की टीमें छह बाढ़ और भूस्खलन में लापता लोगों को खोजने के लिए अस्थिर और ऊंचाई वाली जमीनी परिस्थितियों पर काम कर रही है। सेनाने कहा कि छह लापता लोगों की तलाश जारी है। जमीन और ऊंचाई वाली चुनौतियों के बावजूद, सेना की विशेष टीमें और उपकरण मौके पर मौजूद हैं। सेना दृढ़ संकल्प के साथ खड़ी है। हर जीवन मायने रखता है, और हर प्रयास जारी है।
असम में भी स्थिति गंभीर
ऊधर असम में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। लगातार बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में जलस्तर बढ़ गया और नए इलाके जलमग्न हो गए हैं। धुबरी, दक्षिण सलमारा-मनकाचर, ग्वालपारा और कोकराझार में गरज के साथ बारिश होने और बिजली चमकने तथा 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की मंगलवार रात की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हैलाकांडी, श्रीभूमि, मोरीगांव, कछार, सोनितपुर और तिनसुकिया जिलों में छह और लोगों की जान चली गई और 21 जिलों में लगभग 6.5 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।