कर्नाटक का सबसे वांछित नक्सली विक्रम गौड़ा मारा गाया। 20 साल से अधिक समय से वांछित नक्सली विक्रम गौड़ा सोमवार को उडुपी जिले के कब्बीनाले जंगल में एंटी-नक्सल फोर्स (एएनएफ) के साथ मुठभेड़ में मारा गया। दरअसल, एएनएफ वन क्षेत्र में नक्सल गतिविधि के बारे में खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए तलाशी अभियान चला रही थी। उसी दौरान विक्रम गौड़ा पर कार्रवाई की गई।
13 साल में पहली मुठभेड़
सूत्रों ने कहा कि एएनएफ और उडुपी पुलिस के जवान हेबरी तालुक के पास एक जगह पर गए थे, जहां उन्हें सूचना मिली थी कि करीब पांच हथियारबंद माओवादी किराने का सामान लेने आए हैं। यह घटना उडुपी जिले में 13 साल से अधिक समय में पहली मुठभेड़ है।

हेबरी पुलिस के सब-इंस्पेक्टर (एसआई) महेश टीएम ने पुष्टि की कि गौड़ा मुठभेड़ में मारा गया। बता दें कि विक्रम गौड़ा हेबरी तालुक के नाद्रालू के कुडलू गांव का मोस्ट वांटेड नक्सली था। पुलिस को इलाके में नक्सली गतिविधि के बारे में सूचना मिली थी और उसी के आधार पर एएनएफ पुलिस टीम ने सोमवार देर रात एक सशस्त्र अभियान शुरू किया और नक्सलियों को निशाना बनाया।
गृह मंत्री जी परमेश्वर ने क्या कहा?
गृह मंत्री जी परमेश्वर के अनुसार, विक्रम गौड़ा नक्सल आंदोलन का एक प्रमुख चेहरा था और दशकों से उसे पकड़ने के लिए ऑपरेशन चलाए जा रहे थे। इस मामले में परमेश्वर ने कहा, 'नक्सली समूह सक्रिय था और विक्रम लंबे समय से वांछित नक्सली नेता था। ऑपरेशन के दौरान, उसने पुलिस अधिकारियों पर गोलियां चलाईं, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई की गई, जिसके परिणामस्वरूप उसकी मौत हो गई।'
जानकारी के लिए बता दें कि मुठभेड़ कब्बीनाले के जंगल क्षेत्र में हुई। गृह मंत्री ने खुलासा किया कि उसके साथ आए दो से तीन अन्य नक्सल जंगल में भागने में सफल रहे। संदिग्धों को पकड़ने के लिए एएनएफ ने क्षेत्र में अपने तलाशी अभियान को तेज कर दिया है। आगे की जांच और तलाशी अभियान जारी है।