PAK आर्मी ने आतंकियों का साथ दिया, नुकसान के जिम्मेदार वही हैं- DGMO
भारत की तीनों सेनाओं ने स्पष्ट किया है कि भारत की लड़ाई आतंकियों से है। मगर पाकिस्तान की सेना ने इसे अपनी लड़ाई समझ ली।

एयर मार्शल एके भारती। Photo Credit: Social media
भारतीय सशस्त्र बलों ने सोमवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। यह भी बताया कि पाकिस्तान के कौन-कौन से हथियारों को तबाह किया गया? चीनी मिसाइल और तुर्किये के ड्रोन के मलबे को भी भारत ने दुनिया को दिखाया। खास बात यह रही है कि प्रेस ब्रीफिंग की शुरुआत रामधारी सिंह दिनकर की रचना रश्मिरथी की विख्यात पंक्तियां 'याचना नहीं अब रण होगा' से की गई। महानिदेशक वायु संचालन एयर मार्शल एके भारती ने भी अपने संबोधन में रामचरित मानस की पंक्तियां पढ़ीं। सेना ने एक वीडियो में पाकिस्तान हथियारों को हुए नुकसान को दिखाया।
पाकिस्तान सेना ने आतंकियों का साथ देना उचित समझा
एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकवादियों के खिलाफ थी। इसलिए 7 मई को हमने केवल आतंकवादी ठिकानों पर ही हमला किया। अफसोस इस बात का है कि पाकिस्तान की सेना ने आतंकवादियों का साथ देने उचित समझा। उसने इस लड़ाई को अपनी लड़ाई बना ली। इस परिस्थिति में हमारी जवाबी कार्रवाई अत्यंत आवश्यक थी। इसमें उनका (पाकिस्तान) जो भी नुकसान हुआ है, वे इसके लिए खुद ही जिम्मेदार हैं। हमारे एयर डिफेंस सिस्टम देश की सुरक्षा में दीवार की तरह खड़े हैं। इसको भेदना दुश्मन के लिए बेहद मुश्किल है।
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'पाप का घड़ा भर चुका था'
एयर मार्शल एके भारती ने आगे जानकारी दी कि हमारे सभी सैन्य अड्डे, हमारे सभी सिस्टम पूरी तरह से सक्रिय है। जरूरत पड़ने पर हम भविष्य में किसी भी मिशन को पूरा करने को तैयार हैं। डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में आतंकवादी गतिविधियों के चरित्र में बदलाव आया है। अब हमारी सेना के साथ-साथ नागरिकों पर भी हमलों को अंजाम दिया जा रहा है। 2024 में शिवखोड़ी मंदिर में जाते यात्री और इस साल अप्रैल में पहलगाम हमले तक खतरनाक ट्रेंड को देखा जा सकता है। मगर पहलगाम तक पाप का यह घड़ा भर चुका था। उन्होंने आगे बताया कि हमारे एयरफील्ड और लॉजिस्टिक्स को निशाना बनाना बेहद कठिन है।
किराना हिल्स पर नहीं किया हमला
जब एयर मार्शल एके भारती से पूछा गया कि क्या भारत ने किराना हिल्स पर हमला किया है? इस पर उन्होंने कहा कि हमें यह बताने के लिए धन्यवाद कि किराना हिल्स में कुछ परमाणु प्रतिष्ठान हैं। हमें इसके बारे में जानकारी नहीं थी। हमने किराना हिल्स पर कोई हमला नहीं किया है।
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#WATCH | Delhi: Air Marshal AK Bharti says, "All our military bases, all our systems continue to remain fully operational and ready to undertake any future missions should the need so arise." pic.twitter.com/HWQwP5ol6Q
— ANI (@ANI) May 12, 2025
रामचरितमानस की पंक्तियों का उल्लेख
एयर मार्शल एके भारती ने अपने संबोधन में रामचरित मानस की विख्यात पंक्तियों का उल्लेख किया। 'विनय ना मानत जलध जड़ गए तीन दिन बीति। बोले राम सकोप तब भय बिनु होय ना प्रीति।' यह पंक्ति उस वक्त की है जब भगवान श्रीराम ने सागर से रास्ता मांगा। मगर तीन दिनों तक सागर ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद भगवान राम ने चेतावनी दी थी।
#WATCH | Delhi: Vice Admiral AN Pramod says, "Effectively using multiple sensors and inputs, we are maintaining continuous surveillance to degrade or neutralise threats as they emerge or manifest to ensure targeting at extended ranges. All these are conducted under the umbrella… pic.twitter.com/emSuQ4TfFK
— ANI (@ANI) May 12, 2025
चीनी मिसाइल का मलबा दिखाया
अपनी प्रेस ब्रीफिंग में भारतीय सेना ने चीन के पीएल-15 एयर-टू-एयर मिसाइल का मलबा दिखाया। पाकिस्तान ने इन मिसाइलों का इस्तेमाल भारत पर हमला करने में किया था। इसके अलावा तुर्किये के YIHA और सोंगर ड्रोन के चिथड़े भी दुनिया को दिखाए।
हम जहां चाहे, वहां हमला कर सकते हैं: नौसेना
वाइस एडमिरल प्रमोद ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय नौसेना लाभ की स्थिति में थी। कैरियर बैटल ग्रुप की मौजूदगी ने पाकिस्तानी नेवी को करीब आने का कोई मौका नहीं दिया। भारतीय नौसेना एक समग्र नौसैनिक बल के रूप में काम करती है। वह हवा, सतह और भूमिगत खतरों से निपट सकती है। नौसेना की मौजूदगी ने पाकिस्तानी हवाई अभियानों को सीमित रखने पर मजबूर कर दिया। उसे कोई भी समुद्री खतरा पैदा करने का मौका तक नहीं मिला। भारतीय नौसेना समुद्र में कोई भी खतरा पैदा करने वाले किसी भी हवाई प्लेटफॉर्म का पता लगाने, उसे पहचानने और बेअसर करने की विश्वसनीय क्षमता रखती है। भारतीय नौसेना के प्रभुत्व ने यह सुनिश्चित किया है कि अगर हम चाहें तो अपनी इच्छा के मुताबिक हमला कर सकते हैं।
काफी अलग होंगे भविष्य के युद्ध
आधुनिक युद्ध पर एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि भविष्य के संघर्ष पिछले युद्धों से काफी अलग होंगे। उन्होंने आगे कहा कि यह एक अलग तरह का युद्ध था और ऐसा होना तय है। भगवान न करे, लेकिन अगर हम एक और युद्ध लड़ते हैं तो वह इस युद्ध से पूरी तरह अलग होगा। यह बिल्ली और चूहे का खेल है और हमें प्रतिद्वंद्वी को हराने के लिए उससे आगे रहना होगा।
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