हीटवेव का दौर फिर भी दिल्ली में बारिश? क्यों अचानक बदला मौसम का पैटर्न
दिल्ली-एनसीआर में मई जैसी चिलचिलाती गर्मी के बीच लगातार तेज बारिश हो रही है। आखिर गर्मी के इस पीक सीजन में इतनी बरसात क्यों हो रही है? जानिए इसके पीछे की वजह।

दिल्ली में बारिश, Photo Credit: PTI
दिल्ली में मई में गर्मी अपने चरम पर है लेकिन इसके बावजूद बारिश और आंधी-तूफान देखने को मिल रहे हैं, जो सामान्य नहीं लगता। यह मौसम का अचानक बदलाव पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance), लो प्रेशर एरिया और जलवायु परिवर्तन जैसे कारकों का नतीजा है। आइये समझते हैं कि दिल्ली का मौसम क्यों और कैसे बदल रहा है।
दिल्ली में गर्मी का पीक समय
मई में बारिश क्यों? मई-जून दिल्ली में गर्मी का सबसे गर्म महीना होता है। तापमान अक्सर 40 से 45 डिग्री तक पहुंच जाता है। मॉनसून आने में अभी बहुत देरी है। 2 मई को दिल्ली का तापमान 41 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4 डिग्री से अधिक था। इस समय दिल्ली में तेज धूप, गर्म हवाएं और लू चलती है। बारिश की संभावना न के बराबर होती है, क्योंकि मानसून अक्सर जुलाई में शरू होता है। ऐसे में अचानक बारिश क्यों हो रही है? दरअसल, दिल्ली में मई में बारिश का मु्ख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ और इससे जुड़ी मौसम सिस्टम हैं। इसे प्वॉइंट में समझें...
यह भी पढ़ें: दिल्ली-NCR में झमाझम बारिश की संभावना, कई राज्यों में लू का कहर जारी
पश्चिमी विक्षोभ क्या है?
यह एक मौसमी सिस्टम है जो भूमध्य सागर (मेडिटरेनियन क्षेत्र) से शुरू होता है और हवाओं के साथ नमी को भारत की ओर लाता है। सामान्य तौर पर, पश्चिमी विक्षोभ सर्दियों में बारिश और हिमाचल-कश्मीर में बर्फबारी लाता है लेकिन मई में भी कभी-कभी यह एक्टिव हो जाता है। मई में पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम भारत, जैसे पंजाब, हरियाणा, और राजस्थान, में एक्टिव है, जिसका असर दिल्ली पर पड़ रहा है।
लो प्रेशर एरिया और साइक्लोनिक सर्कुलेशन
27 जून 2024 को मौसम विभाग ने बताया था कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से दिल्ली-एनसीआर के ऊपर एक लो प्रेशर एरिया बन रहा है। यह क्षेत्र बादलों को खींचता है और बारिश का कारण बनता है। मई 2025 में भी उत्तर-पश्चिम राजस्थान और पंजाब के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवाती हवाएं) बना, जिसने नमी को दिल्ली की ओर लाया। यह नमी गर्म हवाओं से मिली, जिससे बादल बने और बारिश हुई।
यह भी पढ़ें: 8 राज्यों में ओला पड़ने, बिजली गिरने और तूफान आने की IMD की चेतावनी
तेज हवाएं और आंधी
पश्चिमी विक्षोभ के साथ 40-80 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज हवाएं चल रही हैं। ये हवाएं धूल भरी आंधी (डस्ट स्टॉर्म) और गरज-चमक के साथ बारिश ला रही हैं। 2 मई को दिल्ली में 77 मिमी बारिश दर्ज की गई जो मई में असामान्य है।
मॉनसून का प्रभाव नहीं
बता दें कि यह बारिश मॉनसून की नहीं है, क्योंकि मॉनसून दिल्ली में जून के अंत या जुलाई में पहुंचता है। यह पूरी तरह पश्चिमी विक्षोभ और स्थानीय मौसमी बदलावों का असर है।
मौसम का पैटर्न क्यों बदल रहा है?
यह भी पढ़ें: हज पर जा रहे हैं? सऊदी सरकार की गर्मी से बचाव वाली एडवाइजरी पढ़ें
दिल्ली में गर्मी के बीच बारिश का यह असामान्य पैटर्न कई कारणों से हो रहा है, जैसे:
जलवायु परिवर्तन
ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से मौसम के पैटर्न में बड़े बदलाव हो रहे हैं। गर्मी ज्यादा तीव्र हो रही है लेकिन इसके साथ ही अचानक बारिश और आंधी जैसी एक्स्ट्रीम क्लाइमेट इवेंट्स बढ़ रहे हैं। जुलाई 2024 में दिल्ली में 10 दिनों के अंदर 50 डिग्री की गर्मी से लेकर भारी बारिश तक देखी गई, जो जलवायु परिवर्तन का जीता-जागता उदाहरण है। इस साल मई में भी यही पैटर्न दिख रहा है।
पश्चिमी विक्षोभ की बढ़ती तीव्रता
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मई-जून में पश्चिमी विक्षोभ की संख्या और तीव्रता बढ़ रही है। यह ग्लोबल वॉर्मिंग और जेट स्ट्रीम में बदलाव का नतीजा है। मई में कई बार पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हुए, जिसने दिल्ली में बारिश और तूफान लाए। दिल्ली में गर्मी के कारण हवा में नमी बढ़ जाती है। जब पश्चिमी विक्षोभ से ठंडी हवाएं और नमी आती है, तो यह गर्म हवा से टकराती है, जिससे बादल बनते हैं और बारिश होती है। दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों (जैसे हरियाणा, राजस्थान) में भी मौसमी बदलाव दिल्ली के मौसम को प्रभावित करते हैं।
मई 2025 में दिल्ली का मौसम कैसा रहा?
1-2 मई को दिल्ली में तेज गर्मी (41 डिग्री सेल्सियस) के बाद 1 मई की रात से 2 मई तक भारी बारिश (77 मिमी) और 80 किमी/घंटा की तूफानी हवाएं दर्ज की गईं। मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया, जिसमें बिजली गिरने और जलभराव की चेतावनी दी गई।
3 मई 2025 को बारिश का सिलसिला जारी रहा और मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया। तेज हवाएं (40-60 किमी/घंटा) और धूल भरी आंधी की संभावना जताई गई। बारिश की वजह से तापमान में 4-6 डिग्री की कमी आई, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। न्यूनतम तापमान 25-27 डिग्री और अधिकतम 36-38 डिग्री के आसपास रहा। मौसम विभाग ने 4 से 6 मई तक के लिए भी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। यानी इन दिनों दिल्ली में तेज हवाएं और हल्की बारिश हो सकती है।
यह भी पढ़ें: भारत के 5 बड़े नदी जल विवाद जिनको लेकर सरकारों में होता है टकराव
यह बारिश फायदेमंद है या नुकसानदेह?
तापमान में गिरावट से लोगों को चिलचिलाती गर्मी और लू से राहत मिली। बारिश ने दिल्ली की हवा को साफ किया। AQI में सुधार हुआ, जो गर्मी में धूल और प्रदूषण की वजह से खराब हो जाता है। हालांकि, भारी बारिश से दिल्ली के कई इलाकों में जलभराव की समस्या हुई।
तेज हवाएं, बिजली गिरने और धूल भरी आंधी से पेड़ गिरने और बिजली आपूर्ति बाधित होने की घटनाएं हुईं। अचानक मौसम बदलने से सर्दी-खांसी और अन्य मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है, खासकर जिनका इम्युनिटी सिस्टम बहुत कम है।
भविष्य में क्या होगा?
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक दिल्ली में हल्की बारिश, बूंदाबांदी, और तेज हवाएं चलने की संभावना है। तापमान 34-38 डिग्री के बीच रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होने के बाद गर्मी फिर बढ़ सकती है, क्योंकि मई में लू का दौर सामान्य है।
जलवायु परिवर्तन की वजह से भविष्य में दिल्ली में गर्मी और बारिश जैसे अचानक मौसमी बदलाव और बढ़ेंगे। गर्मी अधिक तीव्र होगी लेकिन पश्चिमी विक्षोभ जैसे सिस्टम बारिश और तूफान लाएंगे। मौसम विभाग ने 2025 के मॉनसून में 105% औसत से अधिक बारिश की भविष्यवाणी की है, जो जून-जुलाई में दिल्ली के मौसम को और प्रभावित करेगा।
और पढ़ें
Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies
CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap