तमिल फिल्मों के सुपरस्टार विजय थलापति अब नरेंद्र मोदी सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट 'एक देश एक चुनाव' के खिलाफ खुलकर उतर गए हैं। उन्होंने अपनी राजनीतिक पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) के राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की एक अहम बैठक में प्रस्ताव पारित किया कि उनकी पार्टी एक देश एक चुनाव का विरोध करेगी।
तमिलगा वेत्री कझगम पार्टी ने रविवार को NEET परीक्षा वापस लेने की भी मांग की है। पार्टी ने इसके खिलाफ भी एक एक प्रस्ताव पारित किया है। राष्ट्रीय कार्यकारी की बैठक में जाति सर्वेक्षण न कराने के लिए डीएमके सरकार की निंदा की गई और इसके लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया गया है।
तमिल राष्ट्रवाद की राजनीति करेंगे विजय
TVK ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की डीएमके सरकार पर निशाना साधा और कहा कि उन्होंने सत्ता में आने के लिए झूठ का सहारा लिया है। एक्टर विजय ने फरवरी 2024 में अपनी राजनीतिक पार्टी की शुरुआत की थी। 27 अक्टूबर को उन्होंने तमिलनाडु के विल्लुपुरम जिले में अपनी पहली रैली की। फिल्मों के बाद वे अब तमिलनाडु की राजनीति में उतरने वाले हैं।
क्या है एक्टर विजय का एजेंडा
एक्टर विजय ने अपनी पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) के मेनिफेस्टो और विचारधारा पर पहली बार बात की। उन्होंने कहा है कि समानता, सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता उनकी पार्टी की पहली प्राथमिकता होगी। उनकी प्राथमिकता होगी कि स्थानीय अदालतों में प्रशासनिक भाषा के रूप में तमिल को बढ़ावा मिले और राज्यपाल के पद को राज्य की राजनीति में खत्म कर दिया जाए।
साल 2026 में चुनावी समर में उतरेंगे
सुपरस्टार विजय का कहना है कि उनकी पार्टी द्रविड़वाद और तमिल राष्ट्रवाद की नीति पर आगे बढ़ेगी। विजय साल 2026 का विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। उनकी पार्टी का गठबंधन, अभी किसी दल के साथ नहीं है। वे नई तरह की विचारधारा के साथ राजनीति में आगे बढ़ने के मूड में हैं। दक्षिण भारत में फिल्मी सितारों का राजनीति में उतरना नई बात नहीं है। उनसे पहले तेलंगाना में पवन कल्याण की पार्टी जनसेना पार्टी ने धमाल मचाया है। वे तेलंगाना के डिप्टी सीएम हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक उनकी राजनीतिक के मुरीद हो चुके हैं। ऐसे में देखने वाली बात ये होगी कि सुपरस्टार विजय की नई नवेली पार्टी तमिलनाडु की राजनीति में कितना धमाल मचा पाती है।