अगले साल फरवरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव होंगे। इससे पहले ही दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि फरवरी में होने वाले चुनाव से पहले बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं।
अपनी पार्टी के नेताओं के साथ केजरीवाल ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर आरोप लगाया कि वो हार के डर से वोटरों के नाम वोटर लिस्ट से हटा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि वोट खासतौर पर उन इलाकों से काटे जा रहे हैं जहां पिछली बार आम आदमी पार्टी कम अंतर से जीती थी।
केजरीवाल का आरोप
प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने कहा, 'भाजपा ने शाहदरा इलाके में 11,018 मतदाताओं के नाम हटाने के लिए एक आवेदन दायर किया है लेकिन जब हमने 500 नामों पर उस आवेदन की जांच की तो 75 प्रतिशत लोग अभी भी वहां रह रहे थे लेकिन उनके नाम मतदाता सूची से हटाए जा सकते हैं।'
केजरीवाल ने दावा किया कि आप ने 2020 के चुनावों में शाहदरा विधानसभा सीट लगभग 5,000 वोटों से जीती थी। उन्होंने कहा, 'उस निर्वाचन क्षेत्र में लगभग 11,000 मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं और इनमें से अधिकांश मतदाता AAP समर्थक हैं।'दरअसल, AAP पार्टी के राम निवास गोयल ने भाजपा के संजय गोयल को हराकर शाहदरा सीट जीती थी।
'बीजेपी की लिस्ट में 75 प्रतिशत मतदाता परेशान करने वाले'
केजरीवाल ने आगे कहा, 'बीजेपी की लिस्ट में 75 प्रतिशत मतदाता परेशान करने वाले हैं। जब हमने पूछताछ की तो पता चला कि इनमें से अधिकतर मतदाता AAP के मतदाता हैं। अगर एक विधानसभा क्षेत्र से 6 प्रतिशत वोट कटते हैं तो चुनाव कराने का क्या मतलब है?' इसे 'लोकतंत्र के लिए खतरा' बताते हुए केजरीवाल ने आगे कहा कि 'यह लोकतंत्र के लिए खतरा है, लोगों के वोट काटे जा रहे हैं। वोट डालना और अपनी सरकार चुनना लोगों का मौलिक अधिकार है लेकिन भाजपा और चुनाव आयोग लोगों के इस अधिकार को छीन रहे हैं।'
शाहदरा डीएम ने दिया जवाब
केजरीवाल के आरोपों का जवाब देते हुए शाहदरा जिला मजिस्ट्रेट ने एक्स पर पोस्ट किया और लिखा '29 अक्टूबर, 2024 से शाहदरा विधानसभा क्षेत्र में केवल 494 फॉर्म 7 प्राप्त हुए हैं। इसलिए यह दावा कि पिछले एक महीने में भाजपा द्वारा 11018 फॉर्म 7 दाखिल किए गए, तथ्यात्मक रूप से गलत है।' दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 की शुरूआत में होने की उम्मीद है। 2020 के विधानसभा चुनाव में आप ने 70 में से 62 सीटें जीती थीं और भाजपा को आठवीं सीट मिली थी।