डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम पर दो दिन से जमकर राजनीति हो रही है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के एक बयान के बाद कांग्रेस आक्रामक मोड में है। इस मामले में खुद अमित शाह भी सफाई दे चुके हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) के मुखिया अरविंद केजरीवाल भी इस मुद्दे को लेकर काफी हमलावर नजर आ रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने अब आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू और बिहार के सीएम नीतीश कुमार को चिट्ठी लिख डाली है। इस चिट्ठी में केजरीवाल ने लिखा है कि ये दोनों नेता आंबेडकर का अपमान कैसे सह सकते हैं? केजरीवाल ने चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार से अपील भी की है कि वे भारतीय जनता पार्टी (BJP) को समर्थन देने के अपने फैसले पर फिर से विचार करें। दूसरी तरफ, आंबेडकर के मुद्दे को लेकर संसद में भी गतिरोध जारी है और आज भी कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी सांसदों ने संसद भवन में नारेबाजी और प्रदर्शन किए।
इससे पहले, बुधवार को AAP कार्यकर्ताओं के साथ खुद केजरीवाल भी सड़क पर उतरे थे और BJP पर निशाना साधा था। अरविंद केजरीवाल ने इस बारे में ट्वीट करके कहा था, 'बाबा साहब आंबेडकर का अपमान आम आदमी पार्टी क़तई बर्दाश्त नहीं करेगी। बाबा साहब के दिए हुए संविधान की वजह से आप लोग सत्ता में आए हो। अगर आपको बाबा साहब के नाम से आपत्ति है तो अपनी सत्ता छोड़ दो। मेरी तरह ही देश के करोड़ों लोगों के आदर्श हैं बाबा साहेब आंबेडकर जी। अमित शाह जी ने बाबा साहेब का अपमान करके देश के करोड़ों लोगों की भावनाओं को आहत किया है।'
दरअसल, चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी (TDP) और नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) अब एनडी के अहम सहयोगियों में से हैं। कई मुद्दों पर ये दोनों ही दल बीजेपी के अलग राय भी रखते रहे हैं। यही वजह है कि अब अरविंद केजरीवाल इन लोगों को चिट्ठी लिखकर उकसाने वाली राजनीति कर रहे हैं।
चिट्ठी में क्या है?
नीतीश कुमार को लिखी चिट्ठी में अरविंद केजरीवाल कहते हैं, 'अमित शाह के बयान से देश के करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। माफी मांगने के बजाय उन्होंने अपने बयान को उचित ठहराया। लोगों को लगने लगा है कि बाबा साहब को चाहने वाले अब बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते। बाबा साहब सिर्फ एक नेता नहीं बल्कि हमारे देश की आत्मा हैं। बीजेपी के इस बयान के बाद लोग चाहते हैं कि इस मसले पर आप भी गहराई से विचार करें।' वहीं, चंद्र बाबू नायडू को लिखी चिट्ठी में भी कमोबेश यही बातें लिखी हैं।
चंद्रबाबू को लिखी चिट्ठी को अपने X हैंडल पर शेयर करते हुए अरविंद केजरीवाल ने लिखा है, 'बीजेपी ने संसद में बाबा साहेब का अपमान किया है। लोगों को लगता है कि बाबा साहेब को चाहने वाले बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते। आप भी इस पर विचार करें।'
बता दें कि संसद में दिए गए बयान के बाद अमित शाह ने बुधवार शाम को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपनी बात पर सफाई दी थी। अमित शाह ने कहा था, 'मैं मीडिया से भी अनुरोध करना चाहता हूं कि वह मेरा पूरा बयान जनता के सामने रखें। मैं उस पार्टी से हूं जो आंबेडकर जी का कभी अपमान नहीं कर सकती। पहले जनसंघ और फिर भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा आंबेडकर जी के सिद्धांतों पर चलने का प्रयास किया है। जब भी भारतीय जनता पार्टी सत्ता में रही, हमने आंबेडकर जी के सिद्धांतों का प्रचार-प्रसार किया है। भारतीय जनता पार्टी ने आरक्षण को मजबूत करने का काम किया है।'