उत्तर प्रदेश का विधानसभा का सत्र शुरू हो गया है। सत्र शुरू होते ही संभल हिंसा को लेकर काफी हंगामा देखने को मिला। विपक्ष संभल हिंसा पर बहस को लेकर मांग कर रहा था। इसको लेकर सपा विधायकों और एमएलसी ने सत्र शुरू होने से पहले संभल हिंसा को लेकर विधानसभा परिसर के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किया।
विपक्षी सदस्यों ने इस तरह से हंगामा खड़ा किया कि विधानसभा अध्यक्ष को कड़ी चेतावनी देनी पड़ी। दरअसल विपक्षी सदस्य हंगामा करते हुए अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए। ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें शालीनता और मर्यादा के तहत बर्ताव करते हुए बहस करने का आग्रह किया।
वहीं यूपी सरकार में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि विपक्ष के पास नारेबाजी के अलावा और कुछ नहीं हैं, इनका काम बस हंगामा करना और शोर मचाना है।
कैसे शुरू हुआ हंगामा
दरअसल हंगामे की शुरुआत उस वक्त हुई जब नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि 311 के तहत उनके द्वारा बहराइच एवं संभल पर उनके द्वारा दी गई सूचना पर चर्चा करवाएं। लेकिन विधानसभाध्यक्ष ने इस पर प्रश्न किया कि जो सूचना दी गई है वह 311 के तहत कैसे आती है और अगर यह 311 के तहत नहीं आती को फिर इसे 356 के तहत भी नहीं सुना जाएगा। इसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया।
योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा
वही सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा सदन में स्वस्थ चर्चा से प्रदेश का विकास और जनता की समस्याओं का समाधान होता है। उन्होंने कहा कि हम सभी जनप्रतिनिधि हैं,हमें जनता के मुद्दों, उनकी समस्याओं को लेकर सदन में अच्छे ढंग से चर्चा करनी चाहिए। उन्होंने इस मुद्दे पर सभी दलों से सहयोग मांगा।