सीटी रवि मामले में क्यों बढ़ रहा बवाल, क्या था पूरा मामला?
राजनीति
• BENGALURU 21 Dec 2024, (अपडेटेड 21 Dec 2024, 6:11 PM IST)
सीटी रवि को हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है, लेकिन अभी भी कर्नाटक में बीजेपी और कांग्रेस में जुबानी जंग जारी है।
सीटी रवि । फोटोः पीटीआई
कर्नाटक हाईकोर्ट ने बीजेपी एमएलसी सीटी रवि को भले ही शुक्रवार को अंतरिम जमानत दे दी है, लेकिन इस मामले में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि बीजेपी मूल मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी इसलिए उनका समर्थन नहीं कर रही है क्योंकि वह सही हैं बल्कि इसलिए समर्थन कर रही है क्योंकि वह उनकी पार्टी के नेता हैं।
सीटी रवि ने बयान दिया था कि उनके साथ 'आतंवादी' की तरह व्यवहार किया गया। उनके ऊपर कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी हेब्बलकर के ऊपर 'अपमानजनक' टिप्पणी करने का आरोप लगा था।
उन्होंने कहा, 'हमारे संरक्षक (अध्यक्ष) ने स्पष्ट रूप से कहा कि मेरे खिलाफ यह झूठा मामला दर्ज किया गया है और उन्होंने मेरे साथ आतंकवादी जैसा व्यवहार किया है, उन्हें अपने किए पर आत्मचिंतन करना चाहिए। मेरी तबीयत ठीक नहीं है, क्योंकि मैंने कल रात और सुबह ठीक से खाना नहीं खाया।'
उन्होंने आगे कहा कि चूंकि उन्हें बिना की सबूत के गिरफ्तार किया गया है, इसलिए हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत देते हुए यह साफ कर दिया है कि सभी को कानून का पालन करना चाहिए।
न्यायमूर्ति एमजी उमा की अध्यक्षता वाली एकल न्यायाधीश पीठ ने शुक्रवार को उनकी रिहाई के लिए अंतरिम आदेश जारी किया। उस दिन पहले, भाजपा नेता को बेंगलुरु में जनप्रतिनिधि अदालत के सामने पेश किया गया था। एमएलसी रवि ने कांग्रेस सरकार के ऊपर आरोप लगाया कि वह 'तानाशाह' की तरह व्यवहार कर रह है।
गिरफ्तारी के बाद उन्होंने कहा कि, 'वे तानाशाहों की तरह से व्यवहार कर रहे हैं। हर चीज पर फुल स्टॉप लगता है, तानाशाही बहुत दिनों तक नहीं चलेगी।'
'कर्नाटक में पुलिस राज'
मामले में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कर्नाटक में 'पुलिस राज' है, जिसके कारण कानून का दुरुपयोग हो रहा है।
उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लग रहे थे तब उन्होंने किसी को गिरफ्तार नहीं किया, उन्होंने 2 महीने तक एफसीएल रिपोर्ट का इंतजार किया और उसके बाद गिरफ्तारी हुई, और यहां पर किसी भी तरह की प्रक्रिया का पालन नहीं किया जा रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए और सच को सबके सामने आना चाहिए।
'क्या लोकतंत्र अंतिम सांसें ले रहा'
जेडीयू नेता एचडी कुमार स्वामी ने भी इस पर चिंता जताते हए कहा कि क्या लोकतंत्र अंतिम सांसे ले रहा है। उन्होंने सीटी रवि की एक फोटो भी पोस्ट की जिसमें उन्हें सिर पर चोट लगी हुई है और एक वीडियो जिसमें हेब्बलकर के समर्थक उनके ऊपर हमला कर रहे हैं।
उन्होंने लिखा, 'क्या लोकतंत्र अंतिम सांसें ले रहा है? यही मेरी चिंता है। जब विपक्ष के नेता ही सुरक्षित नहीं हैं तो विधान परिषद में किसी की तस्वीर होने का क्या फायदा?'
Is democracy taking its last breath in Karnataka? This is my concern.
— ಹೆಚ್.ಡಿ.ಕುಮಾರಸ್ವಾಮಿ | H.D.Kumaraswamy (@hd_kumaraswamy) December 20, 2024
When even opposition leaders have no safety, what is the point of holding anyone’s portrait in the legislature? The alleged attack on MLC Shri @CTRavi_BJP avaru in corridors of Suvarna Soudha is highly… pic.twitter.com/Z2IWo8ELiu
सीटी रवि ने भी दर्ज कराई शिकायत
वहीं, सीटी रवि ने भी बेलगावी के खानापुर पुलिस स्टेशन में कांग्रेस नेता लक्ष्मी हेब्बलकर, चामराजा हट्टीहोली, डीके शिवकुमार, सद्दाम और अन्य लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कराया है।
बीजेपी एमएलसी को इस गिरफ्तारी के बाद विधान परिषद से निलंबित कर दिया गया था।
क्या था पूरा मामला
दरअसल, गुरुवार को कर्नाटक सरकार में कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी हेब्बलकर ने पुलिस में और विधान परिषद के चेयरमैने के पास एक शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था, 'केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहेब आंबेडकर के लिए दिए गए बयान पर चर्चा के दौरान उन्होंने मेरे लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया'
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