झारखंड और महाराष्ट्र में चल रहे चुनाव के बीच चुनाव आयोग ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों के अध्यक्षों को नोटिस भेजा है। दोनों पार्टियों ने एक दूसरे के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। आयोग ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे दोनों को 18 नवंबर दोपहर 1 बजे तक जवाब भेजने को कहा है।
कांग्रेस ने आरक्षण को लेकर की शिकायत
कांग्रेस द्वारा की गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि भाजपा के स्टार प्रचारक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को नासिक और धुले में अपनी चुनावी रैलियों के दौरान “झूठे, दुर्भावनापूर्ण और अपमानजनक बयान” दिए थे।
कांग्रेस के मुताबिक इन भाषणों में मोदी ने कहा था कि कांग्रेस के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण के खिलाफ थे।
अपने भाषण में “युवराज” कहकर संबोधित करने वाले पीएम ने राहुल गांधी के “वही खेल जारी रखने” का आरोप लगाया था। मोदी ने 12 नवंबर को चंद्रपुर में एक चुनावी रैली में भी इसी तरह की टिप्पणी की थी।
अमित शाह के खिलाफ भी की शिकायत
वहीं दूसरी शिकायत में आरोप लगाया गया है कि भाजपा के स्टार प्रचारक और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने “सांप्रदायिक असुरक्षा को बढ़ावा देकर” भाजपा के लिए वोट मांगते हुए “आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों के साथ-साथ मौजूदा चुनावी कानूनों का उल्लंघन किया है।”
कांग्रेस ने कहा कि 12 नवंबर को धनबाद में एक चुनावी रैली में शाह ने कांग्रेस और उसके सहयोगियों के बारे में “झूठे, विभाजनकारी, दुर्भावनापूर्ण और अपमानजनक बयानों की झड़ी लगा दी” और कहा कि वे अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य पिछड़े वर्गों के खिलाफ हैं।
कांग्रेस ने कहा, "झारखंड में भाजपा के कैंपेन में जो आम बात हो गई है, उसमें श्री अमित शाह ने कांग्रेस पर एसटी, एससी और ओबीसी समुदायों के सदस्यों से आरक्षण छीनने और इसे एक विशेष धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को देने की योजना बनाने का आरोप लगाया है।" दोनों शिकायतों में कांग्रेस ने भाजपा के आधिकारिक खातों द्वारा आपत्तिजनक ट्विटर/एक्स और फेसबुक पोस्ट का भी जिक्र किया।
बीजेपी ने राहुल गांधी के खिलाफ की शिकायत
दूसरी ओर, भाजपा ने कांग्रेस के खिलाफ 11 नवंबर को शिकायत दर्ज कराई जिसमें उसने राहुल गांधी के मुंबई में 6 नवंबर को दिए गए उस भाषण का जिक्र किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा सरकार ने महाराष्ट्र राज्य की कीमत पर अन्य राज्यों में एप्पल के आईफोन और बोइंग के हवाई जहाज की मैन्युफैक्चरिंग इकाइयां स्थापित की हैं, जिससे राज्य से लगभग 500,000 नौकरियां चली गई हैं।
भाजपा ने चुनाव आयोग से गांधी को फटकार लगाने और उनके और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
भाजपा ने राहुल गांधी पर चुनावी लाभ के लिए “भारत के नागरिकों के बीच दरार पैदा करने” के लिए क्षेत्र, जाति और धर्म का उपयोग करने का भी आरोप लगाया और चुनाव आयोग की मार्च 2024 की सलाह का हवाला दिया जिसमें इस तरह के कृत्यों को उचित नहीं ठहराया गया था।
बीजेपी ने राहुल गांधी के उस बयान को लेकर भी शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें उन्होंने कहा था कि भगवा पार्टी संविधान को नष्ट करना चाहती है।