हर चुनाव में टिकट न मिलने पर कई उम्मीदवार ऐसे होते हैं जो नाराजगी जाहिर करते हैं। कई बार वे नाराज होकर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव में भी उतर जाते हैं। ऐसे ज्यादातर उम्मीदवार खुद तो नहीं जीत पाते लेकिन वे जिस पार्टी से आए होते हैं उसे हरा जरूर देते हैं। ऐसा ही कुछ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता रहे गोपाल शेट्टी करने जा रहे हैं। बोरीवली विधानसभा सीट से बीजेपी का टिकट न मिलने पर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान करके सत्ताधारी गठबंधन की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
गोपाल शेट्टी ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान करते हुए कहा है कि बीजेपी ने बाहरी उम्मीदवार को टिकट दे दिया है। हालांकि, इससे पहले चर्चाएं थीं कि गोपाल शेट्टी इस सीट से टिकट के मजबूत दावेदार हैं लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। अब गोपाल शेट्टी कह रहे हैं कि कुछ भी हो जाए वह पीछे नहीं हटने वाले हैं।
क्यों गुस्सा हो गए गोपाल शेट्टी?
दरअसल, इस सीट से मौजूदा बीजेपी विधायक सुनील राणे का टिकट काटकर संजय उपाध्याय को चुनाव में उतारा गया है। इस बारे में गोपाल शेट्टी कहते हैं, 'मेरी तो चुनाव लड़ने में कोई दिलचस्पी थी ही नहीं लेकिन जब मेरे समर्थकों ने मुझे स्थिति की गंभीरता समझाई तो मैंने चुनाव में उतरने का मन बना लिया।'
बताते चलें कि बीजेपी ने 25 उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट जारी की जिसमें गोपाल शेट्टी का नाम नहीं था। इसमें कुछ ऐसे नेताओं का नाम जरूर था जो हाल ही में दूसरी पार्टियों का साथ छोड़कर बीजेपी में आए थे। महाराष्ट्र की सभी 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को एक ही चरण में वोटिंग होगी। चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।