मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मणिपुर में 19 महीनों से जारी हिंसा के लिए माफी मांगी है। मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें सैकड़ों मारे लोग जा चुके हैं। हजारों लोग विस्थापित हैं और आज भी स्थितियां खराब हैं।
सीएम एन बीरेन सिंह ने कहा है कि कांग्रेस माफी के मुद्दे पर राजनीति कर रही है। उनका बयान नागरिकों के लिए दुख जाहिर करने का एक ईमानदार काम था। लोग विस्थापित और बेघर हो गए हैं।
क्यों मांगी बीरेन सिंह ने माफी?
बीरेन सिंह ने आरोप लगाया है कि मणिपुर में कांग्रेस द्वारा पूर्व में किए गए पापों के कारण अशांति है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, 'आज मैंने राज्य के लोगों से जो माफी मांगी थी वह उन लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करने का एक ईमानदार कार्य था, जो विस्थापित और बेघर हो गए हैं। एक मुख्यमंत्री होने के नाते एक-दूसरे की गलतियों को माफ किए जाने और जो कुछ हुआ उसे भूल जाने की अपील थी, लेकिन इसमें भी राजनीति कर दी गई।'
बीरेन सिंह ने गिनाए कांग्रेस के 'पाप'
बीरेन सिंह ने कहा, 'हर कोई जानता है कि अगर आज मणिपुर अशांत है तो वह कांग्रेस द्वारा पूर्व में किए गए पापों के कारण है। जैसे मणिपुर में बार-बार बर्मी शरणार्थियों को बसाना और राज्य में म्यामांर स्थित उग्रवादियों के साथ राज्य में सस्पेंशन ऑफ आपरेशन समझौते पर हस्ताक्षर करना है और यह तब हुआ था जब पी चिदंबरम भारत के गृहमंत्री थे।'
बीरेन सिंह ने कहा क्या था?
बीरेन सिंह ने मणिपुर में हुए हिंसक जातीय संघर्ष के लिए मंगलवार को माफी मांगी थी। उन्होंने अपील की थी कि सभी समुदाय, एक-दूसरे की गलतियां भूल जाएं और साथ रहें।
कांग्रेस ने क्या कहा था?
कांग्रेस ने एन बीरेन सिंह के माफी मांगने के बाद मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राज्य का दौरा करके यही बात क्यों नहीं कह सकते। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी दुनिया भर की यात्रा कर रहे हैं, लेकिन मणिपुर जाने से परहेज करते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री मणिपुर जाकर यही बात वहां क्यों नहीं कह सकते? उन्होंने चार मई, 2023 से जानबूझकर राज्य का दौरा करने से परहेज किया है, लेकिन वह देश और दुनिया भर में यात्रा कर रहे हैं।