बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों अक्सर गुस्सा हो जाते हैं। शुक्रवार को विधानसभा के भीतर वह एक बार फिर से गुस्से में नजर आए और लालू प्रसाद यादव व राबड़ी देवी पर आरोप लगाने लगे।
चारा घोटाले में अरेस्ट वारंट के बाद जब लालू प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था तब उनके द्वारा राबड़ी देवी को सीएम बनाए जाने पर तंज कसते हुए नीतीश ने कहा, 'जब इसके हस्बैंड डूब गए तो अपनी वाइफ को बना दिया।'
यह भी पढ़ें: हिंदी-संस्कृत पर केंद्र को घेर रहे CM स्टालिन, BJP ने दिया नया टास्क!
लड़कियों की शिक्षा का उठाया मुद्दा
यह सब तब शुरू हुआ जब आरजेडी एमएलसी उर्मिला ठाकुर ने बेगूसराय का उदाहरण देते हुए कहा, 'बहुत से गांवों में लड़कियां शिक्षा से वंचित हैं और निकटतम स्कूल जाने के लिए उन्हें चार किलोमीटर पैदल चलकर जाना पड़ता है।'
इस बात ने नीतीश कुमार को गुस्से में ला दिया और वे विपक्ष पर बरस पड़े और का, 'क्या आप लोग जानते भी हैं कि हम लोगों ने लड़कियों के लिए क्या किया है? हम लोगों के सत्ता में आने के पहले लड़कियां शायद ही स्कूल जाती थीं।'
राबड़ी-लालू पर साधा निशाना
उन्होंने आगे कहा, 'RJD सरकार के समय में शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो चुका था। यह मैं ही था जिसने इसे ठीक किया। आरजेडी सरकार ने महिलाओं के लिए क्या किया। प्राइमरी शिक्षा तक उनकी शायद ही पहुंच थी।'
इसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री उन्होंने राबड़ी देवी पर सीधा सीधा हमला बोल दिया और उस बात का जिक्र करने लगे जिस तरह से उनको सीएम बनाया गया था।
यह भी पढ़ें: दिल्ली में बंद होंगे 250 मोहल्ला क्लीनिक, स्वास्थ्य मंत्री का ऐलान
तेजस्वी ने किया पलटवार
इसके बाद विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इस बात का विरोध किया और बिहार के मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर सवाल खड़े किए।
उन्होंने कहा, 'मुझे मुख्यमंत्री पर दया आती है और मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। उनके गिरते हुए स्वास्थ्य ने एक बात सिद्ध कर दिया है कि बिहार को चलाने की स्थिति में नहीं हैं।'
तेजस्वी ने कहा, 'जब आप मुख्यमंत्री होते हैं तो भाषा में कोई मर्यादा होनी चाहिए। राबड़ी देवी आपके पहले मुख्यमंत्री थीं और वह भी अविभाजित बिहार की और वह उन्हें 'रे' और 'तू' कहकर संबोधित कर रहे हैं।'