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अभय मुद्रा और एकलव्य का क्या कनेक्शन बता गए राहुल गांधी?

लोकसभा में संविधान पर चर्चा करने के दौरान नेता विपक्ष राहुल गांधी ने संविधान और मनु स्मृति पर चर्चा की। 'अभय मुद्रा' पर चर्चा करने वाले राहुल ने आज एकलव्य के अंगूठे का जिक्र कर सरकार पर हमला बोला।

Rahul Gandhi speaks in lok Sabha

राहुल गांधी, Image Credit: PTI

लोकसभा में संविधान पर चर्चा का शनिवार को दूसरा दिन है। इस दौरान लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने संविधान, मनुस्मृति, हाथरस दुष्कर्म मामले से लेकर जातिगत जनगणना को लेकर सरकार पर तीखा प्रहार किया। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान राहुल ने लोकतंत्र की महत्ता पर भी अपनी बात रखी और कहा कि भारत का संविधान केवल कानूनी दस्तावेज नहीं बल्कि हमारे देश की आत्मा है। 

 

बीते दिनों संसद में बार-बार 'अभय मुद्रा' का जिक्र करने वाले राहुल ने आज एकलव्य के अंगूठे की कहानी भी सुना डाली और सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि जिस तरह एकलव्य का अंगूठा काटा गया उसी तरह से आज सरकार देश के युवाओं का अंगूठा काट रही है।

 

सरकार पर तीखा प्रहार करने से लेकर वीर सावरकर की बात करने वाले राहुल गांधी ने लोकसभा में क्या-क्या बोला आइये डालते है एक नजर....

एकलव्य की तरह सरकार देश के युवाओं का काट रही अंगूठा

शनिवार को सरकार पर तीखा हमला कर राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि जिस तरह एकलव्य का अंगूठा काटा गया उसी तरह से आज सरकार देश के युवाओं का अंगूठा काट रही है। उन्होंने ‘संविधान की 75 वर्ष की गौरवशाली यात्रा’ पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि आज भारत में एक वैचारिक लड़ाई चल रही है और विपक्ष की तरफ संविधान के विचारों के संरक्षक हैं। राहुल गांधी ने द्रोणाचर्य और एकलव्य की गाथा का उल्लेख करते हुए कहा कि अभय मुद्रा में कॉन्फिडेंस अंगूठे की वजह से आता है। ये लोग इसके खिलाफ है। जैसे द्रोण ने एकलव्य का अंगूठा काटा आप देश का अंगूठा काटने में लगे हो।' राहुल ने कहा, 'जब आप एक उद्योगपति को धारावी परियोजना देते हो, बंदरगाह और हवाईअड्डे देते हैं तो आप हिंदुस्तान का अंगूठा काटते हैं।' 

 

'संविधान में कहीं नहीं लिखा है कि मनमानी होनी चाहिए'

राहुल आगे बोले, 'जैसे एकलव्य ने अभ्यास किया था, वैसे ही हिंदुस्तान के युवा सुबह 4 बजे उठकर एग्जाम की तैयारी करते हैं। पहले हजारों युवा सुबह उठकर रनिंग करते थे, आर्मी में जाने की ट्रेनिंग करते थे। पेपरलीक, अग्निवीर से आप उन युवाओं का अंगूठा काटते हो। हम कहते हैं डरो मत, आप कहते हो कि आपका अंगूठआ काट देंगे। संविधान में कहीं नहीं लिखा है कि मनमानी होनी चाहिए, पेपर लीक हो, अग्निवीर हो। ये सब नहीं लिखा है संविधान में कि हिंदुस्तान के युवाओं का अंगूठा काटकर उनका हुनर छीन लिया'

 

अभय मुद्रा की फिर से क्यों किया जिक्र?

राहुल गांधी ने कहा, 'अपने पिछले कुछ भाषणों में मैंने 'अभय मुद्रा' की अवधारणा, निर्भयता, सत्य और अहिंसा की अवधारणा के बारे में बात की थी और मैंने सदन को हमारे विभिन्न धर्मों की तस्वीरें दिखाईं, जिनमें 'अभय मुद्रा' प्रदर्शित की गई थी। लोग संविधान को दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान कहते हैं लेकिन संविधान में हमारे राष्ट्र के एक दर्शन, हमारे राष्ट्र के विचारों के एक केंद्रीय दार्शनिक समूह के विचारों का एक समूह शामिल है।'

हाथरस रेप केस से लेकर किसान प्रदर्शन पर क्या बोले राहुल? 

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस बलात्कार मामले में पीड़िता के परिवार को स्थानांतरित करने का अपना वादा नहीं निभाया है। गांधी ने कहा, 'मैं हाथरस गैंगरेप पीड़िता के घर गया, जिन्होंने अपराध किया वे खुलेआम घूम रहे हैं, जबकि उसका परिवार बाहर नहीं निकल सकता।' हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर पुलिस के साथ गतिरोध के बीच किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भाजपा पर हमला बोला। गांधी ने कहा, 'किसान उचित मूल्य की मांग कर रहे हैं लेकिन आप अदाणी को फायदा पहुंचा रहे हैं।'

संसद में वीर सावरकर का जिक्र क्यों?

राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा, 'भारत के संविधान की सबसे बुरी बात यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है। मनुस्मृति वह शास्त्र है जो हमारे हिंदू राष्ट्र के लिए वेदों के बाद सबसे अधिक पूजनीय है और जिससे हमारा प्राचीन काल हमारी संस्कृति, रीति-रिवाज, विचार और व्यवहार का आधार बना है। इस पुस्तक ने सदियों से हमारे राष्ट्र की आध्यात्मिक और दैवीय यात्रा को संहिताबद्ध किया है। आज मनुस्मृति ही कानून है। ये सावरकर के शब्द हैं।' गांधी ने कहा कि सावरकर ने अपने लेखन में स्पष्ट रूप से कहा है कि हमारे संविधान में कुछ भी भारतीय नहीं है। जब आप (भाजपा) संविधान की रक्षा की बात करते हैं, तो आप सावरकर का उपहास करते हैं।'

 

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