कांग्रेस नेता राजा वड़िंग ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि मजबूरी में सेना के जवानों को एयरक्राफ्ट में बैठना पड़ा।
अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग । X/@TejasvaShukla
संसद का मॉनसून सत्र चल रहा है। सोमवार को लोकसभा में चर्चा होने के बाद अब राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा हो रही है। इस दौरान पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। राजा वड़िंग ने संसद में फोटो दिखाते हुए कहा कि पंजाब में राफेल विमान के पीछे का हिस्सा गिरा जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और 9 लोग घायल हो गए.
राजा वड़िंग ने आगे ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए कहा कि इस विमान पर लिखा था पीएस 001 जो कि पंजाब के बिसिआना एयरफोर्ट के पास गिरा था. उन्होंने कहा कि सरकार ने इस बात को जनता से छिपाने की कोशिश की और इसे ‘अनआईडेंटिफाइड’ विमान बताया। उन्होंने कहा कि सरकार ने इसे अनआईडेंटिफाइड एयरक्राफ्ट बताकर देश की जनता को मूर्ख बनाने का काम किया।
आगे उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘विदेश मंत्री कहते हैं कि पाकिस्तान पर हमला करने से पहले हमने उन्हें सूचना दी थी कि हम आपके आतंकवादी ठिकानों पर हमला करने जा रहे हैं, लेकिन क्या पाकिस्तान ने पहलगाम और पुलवामा पर हमला करने से पहले क्या हमें सूचना दी थी? एक तरफ तो आप कहते हैं कि पाकिस्तान आतंकवादियों की नर्सरी है, तो आप क्या समझते हैं कि क्या पाकिस्तान ने उन आतंकवादी संगठनों को बताया नहीं होगा? आपने अपनी बहादुर सेना को कहा कि केवल आतंकवादी संगठनों पर हमला करना है, इसी की वजह से हमारे पांच एयरक्राफ्ट गिरे। आपने हमारी सेना के हाथ-पांव बांधकर एयरक्राफ्ट में बैठाया। वे मजबूर थे, लाचार थे।’
‘कौन लेगा जिम्मेदारी?’
साथ ही राजा वड़िंग ने सरकार पर सवाल उठाते हुए यह भी कहा कि पुलवामा और पहलगाम जैसी घटनाओं की जिम्मेदारी कौन लेगा? यह होता क्यों है, इसका जिम्मेदार कौन है? क्या यह इंटेलिजेंस की असफलता नहीं है? आगे उन्होंने कहा, ‘या तो इंटेलिजेंस ने इस बारे में कोई सूचना नहीं दी या तो उनके पास सूचना ही नहीं थी. इसकी जिम्मेदारी किसी को तो लेनी पड़ेगी। गृहमंत्री को इसके लिए इस्तीफा दे देना चाहिए। अगर आपके पास 11 सालों में इंटेलिजेंस को संभालने की क्षमता नहीं है तो आपमें 140 करोड़ जनसंख्या को भी संभालने की क्षमता नहीं है।’
वड़िंग ने कहा कि बार-बार ऐसा दिखाने की कोशिश की जा रही है कि जैसे पूरा विपक्ष ऑपरेशन सिंदूर के खिलाफ है पर ऐसा नहीं है जब पहलगाम पर हमला हुआ था तभी हम लोगों ने प्रधानमंत्री से कह दिया था कि न कोई सवाल है और न कोई जवाब है, हम सब आपके साथ हैं।