भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को देशद्रोही बताया है। उन्होंने कहा है कि मुझे यह कहने में जरा भी संकोच नहीं है कि राहुल गांधी देशद्रोही हैं। संबित पात्रा ने कहा कि भारत को अस्थिर करने की कोशिशें की जा रही हैं, इसमें विदेशी साजिश है।
संबित पात्रा ने कहा कि साजिशों का एक त्रिकोण बनता है, जिसके जरिए भारत को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस त्रिकोण में एक तरफ अमेरिका में बैठे जॉर्ज सोरोस का संगठन है, अमेरिकी एजेंसियां हैं, त्रिकोण के ओर एक बड़ी न्यूज एजेंसी है, जिसका नाम ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) वह है और त्रिकोण के आखिरी कोने में जो सबसे महत्वपूर्ण है, उस कोने में राहुल गांधी हैं।'
संबित पात्रा ने राहुल गांधी को 'ट्रेटर ऑफ द हाइएस्ट ऑर्डर' बताया है। अंग्रेजी के इस शब्द का अर्थ है कि सबसे बड़ा गद्दार। संबित पात्रा ने कहा है कि जब मैं इस शब्द का इस्तेमाल कर रहा हूं, तब मुझे भय नहीं है क्योंकि मैं भारतीय हूं। मेरे लिए पार्टी ने सिखाया है कि देश प्रथम, पार्टी दूसरे स्थान पर और अंतिम स्थान पर अहम की भावना।
'देश को तोड़ने की हो रही साजिश'
संबित पात्रा ने कहा, 'मुझे आज नेता प्रतिपक्ष को देशद्रोही कहने में कोई संकोच महसूस नहीं हो रहा है। मैं इसे क्यों कह रहा हूं, इसका पूरा विवरण आपके सामने रखूंगा, जिससे लोग आसानी से यह समझ सकें।' संबित पात्रा ने कहा कि यह मुद्दा राजनीतिक दल का नहीं है, यह मुद्दा देश की संप्रभुता और एकता का है। ऐसी कुछ ताकतें हैं जो देश को तोड़ना चाहते हैं, यह संप्रभुता के साथ खिलवाड़ होने की साजिश रची जा रही है।
क्यों संबित पात्रा ने उठाए हैं सवाल?
संबित पात्रा ने 2 दिसंबर को प्रकाशित फ्रेंच अखबार मीडिया पार्ट का जिक्र किया है। उन्होंने कहा है कि मीडिया पार्ट की रिपोर्ट में हैरान करने वाले दावे किए गए हैं। OCCRP की फंडिंग का एक बड़ा हिस्सा ओपन सोसाइटी फाउंडेशन से आता है। अमेरिका की कई संस्थाएं ऐसी हैं, जो इसे फंड करती हैं। ओपन सोसाइटी फंड जॉर्ज सोरोस का है। वह इसी का फंडर है। मीडिया पार्ट का दावा है कि हम सोच रहे थे कि यह स्वतंत्र एजेंसी है, अगर 70 फीसदी पैसा वहां से आ रहा है तो यह तटस्थ नहीं हो सकता है।
विदेशी न्यूज चैनल के जरिए राहुल को घेर रही BJP
संबित पात्रा ने कहा कि कुछ अमेरिकी एजेंसियां और जॉर्ज सोरोसेज का संगठन नहीं चाहता कि स्थिरता आए। वे अपने व्यापारिक हितों को साधना चाहते हैं। OCCRP उनके हितों के आधार पर ही काम करेगी। राहुल गांधी इसके महत्वपूर्ण कोण हैं। जुलाई 2021 को जब दुनिया कोविड से जूझ रहा था। भारत ने कोवैक्सीन बना ली थी। ब्राजील ने एक खेप का ऑर्डर देश को दिया था।
'अमेरिकी अखबार बताता है कि राहुल क्या करें'
संबित पात्रा ने कहा, 'OCCRP की रिपोर्ट की वजह से वह रद्द हो गई। इस मीडिया हाउस ने पहले रिपोर्ट पब्लिश 3.24 मिलियन डॉलर मूल्य के वैक्सीन ऑर्डर को रद्द किया था। भारत इकलौता ऐसा देश था, जो दुनिया को मुफ्त में वैक्सीन दे रहा था, यह सिर्फ बदनाम करने के लिए किया गया था। 2 जुलाई को 2021 को कांग्रेस पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और देश की सरकार पर सवाल उठाए। OCCRP ने छापा तब राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। राहुल गांधी OCCRP बताती है कि क्या करना है।'
जॉर्ज सोरोस हैं कौन?
जॉर्ज सोरोस अमेरिकी बिजनेसमैन हैं। वह हिंडनबर्ग को भी फंड करते हैं। हिडंनबर्ग के मुख्य निवेशक भी जॉर्ज सोरोस ही हैं। उन पर आरोप लगते रहे हैं कि दुनिया के उभरते उद्योगपतियों के खिलाफ वह दुष्प्रचार करते हैं। उन पर भारतीय शेयर बाजार को अस्थिर कराने के आरोप भी लगते रहे हैं। गौतम अडानी के खिलाफ दुष्प्रचार में उनका नाम सबसे आगे रखा गया है। OCCRP को फंड देने में जॉर्ज सोरोस की कंपनी सबसे आगे है। उन पर दुनियाभर के कई देशों की सरकार और उद्योगों को अस्थिर करने के आरोप हैं।