बॉलीवुड एक्टर और तृणमूल कांग्रेस के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की प्रशंसा की। हालांकि, उन्होंने इस तरह के कानून को पूरे देश में लागू करने में खामियों की ओर भी इशारा किया है। मांसाहारी भोजन पर प्रतिबंध का हवाला देते हुए अभिनेता-राजनेता ने कहा कि वह इस तरह के कदम का समर्थन करते हैं लेकिन देश के कुछ हिस्सों में इसे लागू करना मुश्किल होगा।
संसद के बाहर पत्रकारों को संबोधित करते हुए सिन्हा ने चुटकी ली और कहा, 'देश के कई हिस्सों में बीफ पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। मुझे लगता है कि देश में सिर्फ बीफ ही नहीं, बल्कि सामान्य तौर पर मांसाहारी भोजन पर भी प्रतिबंध लगा देना चाहिए। हालांकि, कुछ जगहों पर अभी भी बीफ खाना कानूनी है, जिसमें पूर्वोत्तर भी शामिल है। वहा खाओ तो यम्मी, पर हमारे उत्तर भारत में खाओ तो मम्मी।'
'यह काम नहीं करेगा...'
सिन्हा ने कहा कि लेकिन यह काम नहीं करेगा, प्रतिबंध हर जगह लागू किया जाना चाहिए, सिर्फ कुछ हिस्सों में ही नहीं।' बता दें कि सिन्हा का यह बयान गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल द्वारा की गई घोषणा के बाद आया जिसमें उन्होंने गुजरात में UCC को लागू करने की दिशा में एक पांच सदस्यीय समिति के गठन की बात की थी। यह समिति सुप्रीम कोर्ट की पूर्व न्यायाधीश रंजना देसाई की अध्यक्षता में गठित की जाएगी और इसे 45 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपनी होगी।
यह भी पढ़ें: दिल्ली चुनावः रोडशो में महिला को फ्लाइंग किस! AAP विधायक पर FIR दर्ज
आपको बता दें कि उत्तराखंड ने 27 जनवरी से यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू कर दिया है। UCC एक्ट, 2024 विभिन्न व्यक्तिगत कानूनों को सरल बनाएगा, जिसमें तलाक से लेकर उत्तराधिकार से संबंधित कानून शामिल हैं।