अभिनेता से राजनेता बने विजय ने गुरुवार को तमिलनाडु में डीएमके पर जोरदार हमला किया। इस दौरान विजय ने डीएमके को 'बुरी शक्ति' करार दिया। दरअसल, AIADMK के दिवंगत दिग्गज नेता एम.जी. रामचंद्रन और जे. जयललिता अक्सर DMK को निशाना बनाते हुए इस शब्द का इस्तेमाल किया करते थे।
विजय ने कहा कि उनकी तमिलगा वेत्तरी कषगम (TVK) एक 'अच्छी शक्ति' है। उन्होंने कहा कि अब 2026 के विधानसभा चुनाव में मुकाबला टीवीके और डीएमके के बीच है। करूर में 27 सितंबर को हुई रैली और उसमें मची भगदड़ के बाद तमिलनाडु में यह उनकी पहली जनसभा थी। करूर रैली में मची भगदड़ में 41 लोगों की जान चली गई थी।
रैली में इतनी बड़ी मात्रा में लोगों की जान जाने के बाद विजय सरकार और विपक्षियों के निशाने पर आ गए थे। उन्होंने बाद में वीडियो जारी करके तमिलनाडु की जनता से माफी मांगी थी।
यह भी पढ़ें: यूपी का कोई अधिकारी माननीय नहीं, इटावा DM के पत्र पर हाईकोर्ट क्यों नाराज
डीएमके 'थीय सक्ति' है- विजय
उन्होंने तमिलनाडु के दिवंगत मुख्यमंत्री एमजीआर और जयललिता का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों नेता अक्सर डीएमके को 'थीय सक्ति' (बुरी ताकत) कहा करते थे। विजय ने कहा कि उनकी पार्टी टीवीके 'थूया सक्ति' (अच्छी ताकत) है।
बदनाम करने के लिए चला रहे अभियान?
उन्होंने 2026 के विधानसभा चुनाव की ओर इशारा करते हुए कहा, 'अब मुकाबला थूया सक्ति टीवीके और थीय सक्ति द्रमुक के बीच है।' विजय ने यह आरोप लगाया कि कुछ शरारती तत्व उन्हें बदनाम करने के लिए अभियान चला रहे हैं।
यह भी पढ़ें: गांव में सिर्फ 1500 लोग तो 3 महीने में 27000 बच्चे कैसे पैदा हो गए?
उन्होंने कहा, 'दिवंगत मुख्यमंत्री सीएन अन्नादुराई और एमजीआर सभी के लिए प्रेरणास्रोत थे, न कि व्यक्तिगत संपत्ति। हमसे उनके बारे में कोई शिकायत नहीं कर सकता।' उन्होंने डीएमके की स्टालिन सरकार को कानून-व्यवस्था और कृषि जैसे मुद्दों पर भी घेरा।
विजय ने कहा कि हाल ही में टीवीके में शामिल हुए AIADMK के पूर्व वरिष्ठ नेता केए सेंगोट्टैयन जैसे और नेताओं का पार्टी में स्वागत किया जाएगा और उन्हें उचित सम्मान मिलेगा।