महायुति सरकार के मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण के कुछ दिन बाद ही मीडिया से बात करते हुए शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि वह छगन भुजबल के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि छगन भुजबल सरकार के मुद्दे पर मेरे संपर्क में नहीं हैं लेकिन वह हमेशा मेरे संपर्क में हैं। सुधीर मुंगटीवार का नाम लेते-लेते वह मुस्कुराकर चुप हो गए।
इसके अलावा उन्होंने सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उन्हें सरकार चलाने दीजिए। अब जो वे मेरे बारे में कहते थे वह उनके सामने आएगा।
नाराज़ चल रहे भुजबल
इसके बाद राजनीतिक महकमें इस बात की चर्चा है कि उद्धव ठाकरे महायुति में मंत्रिपद को लेकर जारी असंतोष की तरफ इशारा कर रहे हैं।
दरअसल है इसी हफ्ते महाराष्ट्र महायुति सरकार के मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण के बाद इस बात की खबरें मीडिया में आने लगी थीं कि कुछ विधायक जिनको मंत्री नहीं बनाया गया है, वे नाराज़ हैं।
इन विधायकों में एनसीपी के छगन भुजबल और बीजेपी के सुधीर मुंगटीवार भी शामिल हैं जिनका नाम उद्धव ठाकरे ने लिया था। वहीं शिवसेना के तानाजी सावंत भी नाराज़ चल रहे हैं। इसके अलावा शिवसेना के ही राजेंद्र गावित और विजय शिवतारे ने व भाजपा के संजय कूटे ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की है।
इस बात का संकेत इससे भी लगता है कि अजित पवार ने कहा था कि जिन लोगों को मंत्रिपद नहीं मिला है, उनके नामों पर आगे विचार किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक 2.5 साल बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है।
39 मंत्रियों ने ली थी शपथ
महाराष्ट्र में रविवार को सोमवार को 39 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी। इनमें से 19 मंत्री बीजेपी के, 11 शिवसेना के और 9 मंत्री एनसीपी के थे। इनमें से 33 विधायकों को कैबिनेट मंत्री के रूप में और 6 विधायकों को राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई थी।