कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी केरल की वायनाड लोकसभा सीट से पहली बार चुनावी मैदान में उतरी हैं। राहुल गांधी, वायनाड से भी सांसद चुने गए थे लेकिन उन्होंने रायबरेली का सासंद रहना चुना और वायनाड की सीट, अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के लिए खाली कर दी। प्रियंका गांधी ने मंगलवार को एक जनसभा के दौरान कहा कि उनके भाई राहुल गांधी की छवि बिगाड़ने की हर साजिश नाकाम हुई है।
किस बात से डरी हैं प्रियंका गांधी?
प्रियंका गांधी ने कहा कि लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, वायनाड की जनता के शुक्रगुजार हैं, जो उन्हें अपार जनसमर्थन मिला है। उन्होंने कहा, 'मेरे भाई की छवि बिगाड़ने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाए गए। खूब पैसे खर्च किए गए, खूब संसाधनों का इस्तेमाल किया गया। एक समय ऐसा आया जब हर कोई उनसे मुंह मोड़ रहा था, तब वायनाड के लोगों ने उन्हें प्यार दिया, समर्थन दिया और वोट दिया।' प्रियंका गांधी को इसी साजिश का डर एक बार फिर लग रहा है
राहुल हैं वायनाड के शुक्रगुजार
प्रियंका गांधी ने कहा, जो लोग आज देख रहे हैं, आपने वह पहले ही देख लिया था। वायनाड की जनता उनसे प्यार करती है और इसके लिए वे आपके बहुत आभारी हैं।' प्रियंका गांधी, अपने चुनावी दौरे में खुद के बारे में कम और अपने भाई राहुल गांधी के बारे में ज्यादा बोल रही हैं।
अमेठी हारे तो वायनाड आए थे राहुल गांधी
अमेठी लोकसभा सीट से साल 2019 में राहुल गांधी, तत्कालीन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से हार गए थे। साल 2024 में कांग्रेस ने यह सीट एक बार फिर जीत ली। इस लोकसभा सीट से उन्होंने अपने प्रतिनिधि रहे केएल शर्मा को उतारा और वे जीत गए। राहुल गांधी खुद रायबरेली से चुनाव लड़े, यह सीट उनकी मां सोनिया गांधी की पारंपरिक सीट रही है। 2019 में राहुल गांधी ने वायनाड से भी चुनाव लड़ा था। वे अपनी पारंपरिक सीट अमेठी हार गए थे, वे वायनाड लोकसभा सीट से संसद पहुंचे थे। वायनाड, कांग्रेस का गढ़ रहा है।
कब हैं वायनाड में चुनाव?
प्रियंका गांधी ने लोकसभा उपचुनावों के लिए नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। यह चुनावी राजनीति में आधिकारिक रूप से उनकी शुरुआत है। वे वायनाड में अपने प्रचार-प्रसार में जुट गई हैं। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर जैसे दिग्गज नेता भी उनके साथ हैं। प्रियंका गांधी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने नव्या हरिदास को चुनावी मैदान में उतारा है, वहीं एलडीएफ ने सत्यन मोकेरी को टिकट दिया है। 13 नवंबर को वायनाड में वोटिंग होने वाली है।