देश में 'एक देश एक चुनाव' को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जहां आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, वहीं बीजेपी अपने उन 20 सांसदों के खिलाफ नोटिस जारी करने की तैयारी में है जो व्हिप जारी करने के बावजूद मंगलवार को लोकसभा में मौजूद नहीं थे।
दरअसल, सोमवार को बीजेपी ने पार्टी सांसदों के लिए थ्री लाइन व्हिप जारी किया था जिसमें कहा गया था कि 17 दिसंबर 2024 को सभी को मौजूद रहना है क्योंकि किसी खास मुद्दे पर लोकसभा में वोटिंग होनी है।
मंगलवार को 'एक देश एक चुनाव' विधेयक के अंतर्गत 'संविधान (129वां संशोधन) विधेयक 2024' और 'केंद्र शासित प्रदेश कानून (संशोधन) विधेयक 2024' पेश किया गया, लेकिन इस पर वोटिंग के लिए बीजेपी के 20 सांसद मौजूद नहीं थे।
कौन से नेता नहीं थे उपस्थित
वैसे तो बीजेपी जिन सांसदों को नोटिस भेजने वाली है, उनके नाम सामने नहीं आए हैं लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इनमें जगदंबिका पाल, गिरीराज सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, शांतुनु ठाकुर, बीएस राघवेंद्र, विजय बघेल, भागीरथ चौधरी, उदयराजे भोंसले, जयंत कुमार रॉय और जगन्नाथ सरकार का नाम शामिल है।
कानून मंत्री ने पेश किया बिल
मंगलवार को कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने एक देश एक चुनाव विधेयक लोकसभा में पेश किया। करीब 90 मिनट की डिबेट के बाद इस पर वोटिंग हुई जिसमें कुल 269 वोट इस बिल के समर्थन में पड़े और 198 वोट इसके विरोध में पड़े।
अब इस विधेयक को आगे की चर्चा के लिए जेपीसी को भेज दिया गया है। जेपीसी की रिपोर्ट आने के बाद उसे कैबिनेट द्वारा स्वीकृति दी जाएगी, उसके उस पर सदन में फिर से चर्चा होगी।
क्या है विपक्ष का कहना
विपक्ष का कहना है कि इससे लोकतंत्र और देश के संघीय ढांचे को नुकसान होगा। वहीं सरकार का कहना है कि इतने बड़े देश में कहीं न कहीं चुनाव होते ही रहते हैं इसलिए पूरा देश और राजनीतिक पार्टियां हमेशा इलेक्शन मोड में ही रहती हैं। ऐसे में विकास कार्यों में बाधा पहुंचती है। एक देश एक चुनाव होने से विकास कार्य आसानी से हो पाएंगे।