कांग्रेस नेता प्रिंयका गांधी एक बैग लेकर संसद पहुंची जिस पर फिलिस्तीन लिखा था। उनके हैंडबैग पर सफेद कबूतर और तरबूज भी बना था। फिलिस्तीन में एकजुटता के लिए वहां की आवाज उठाने वाले लोग इस्तेमाल कर रहे हैं। सफेद कबूतर वैसे भी शांति का प्रतीक माना जाता है। प्रियंका गांधी के इस हैंडबैग की वजह से उनकी आलोचना हुई है।
भारतीय जनता पार्टी ने उनके हैंडबैग को लेकर सवाल उठाए और कहा कि वे तुष्टीकरण की राजनीति सड़क से लेकर संसद तक करती हैं। प्रियंका गांधी ने भारतीय जनता पार्टी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा है कि बीजेपी की सोच पितृसत्तात्मक है, उन्हें यह न सिखाया जाए कि क्या पहनना है।
प्रियंका गांधी ने कहा, 'मैं बता चुकी हूं कि मेरे विचार कैसे हैं। मैं कैसे कपड़े पहनती हूं इसे कौन तय करेगा। यह बरसों से चली आ रही पितृसत्ता की तरह हुआ कि लोग बताएंगे कि महिलाएं क्या पहनें, क्या नहीं। मैं जो चाहूंगी, वह पहनूंगी।'
प्रियंका गांधी के बैग में खास क्या है?
प्रियंका गांधी का बैग दुनिया के लिए एक संदेश की तरह है। उनके बैग में तरबूज का साइन भी है। यह फिलिस्तीन के झंडे की ओर इशारा कर रहा है। फिलिस्तीनी दुनियाभर में अपना विरोध प्रदर्शन जताने के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। फिलिस्तीन के लोगों का कहना है कि इजरायली सैनिक उनकी जान ले रहे हैं, इसके विरोध में दुनिया को एकजुट होने की जरूरत है।
फिलिस्तीन पर मुखर हैं प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने संसद में अपना फिलिस्तीन वाला बैग लहराया भी था। उनके हैंडबैग की तस्वीरें कांग्रेस सांसदों और पार्टी प्रवक्ताओं ने भी सोशल मीडिया पर साझा की हैं। प्रियंका गांधी फिलिस्तीनी हेडस्कार्फ में भी नजर आ चुकी हैं। वह फिलिस्तीनी दूतावास के प्रभारी बेद एलराज़ेग अबू जाजर के साथ एक बैठक में नजर आ चुकी हैं। वह काले सफेद स्कार्फ में नजर आईं थीं। प्रिंयका गांधी ने गाजा में बेंजामिन नेतन्याहू के ऊपर नरसंहार के आरोप भी लगाए हैं।
फिलिस्तीन को तुष्टीकरण क्यों मानते हैं राष्ट्रवादी?
भारत में फिलिस्तीन को लेकर दो धड़े हैं। एक धड़ा मानता है कि इजरायल अत्याचार कर रहा है, दूसरा मानता है कि फिलिस्तीन के लोगों पर अत्याचार हो रहा है। भारत के हिंदूवादी संगठन, इजरायल के साथ हैं। उनका कहना है कि इजरायल, अपनी सुरक्षा के लिए फिलिस्तीन के गाजा पट्टी में हमला करता है, हमास के खिलाफ एक्शन लेता है। हिंदूवादी नेताओं का एक धड़ा मानता है कि इस्लाम परस्त लोग फिलिस्तीन का साथ देते हैं। भारत में फिलिस्तीन और इजरायल दोनों से दोस्ती की वकालत की जाती है।
विपक्ष ने क्या कहा है?
अमित मालवीय ने उनके बैग पर कहा, 'इस संसद सत्र के अंत में, कांग्रेस में उनके लिए दो मिनट का मौन रखें, जिन्हें लगता है कि फिलस्तीन के समर्थन में बैग लेकर चला, पितृसत्ता से लड़ना है। यह सही है। मुसलमानों को सांप्रदायिक सद्गुणों का संदेश देना अब पितृसत्ता के खिलाफ है। गलती न करें, कांग्रेस नई मुस्लिम लीग है।'