तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के बार-बार दिल्ली जाने को लेकर विपक्ष की आलोचनाओं का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, ''मैं आप लोगों की तरह मोदी के सामने घुटने टेकने नहीं जाता' बल्कि 'अपने राज्य के लिए फंड की व्यवस्था करने के लिए जाता हूं''
उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वह दिल्ली लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला की बेटी की शादी में शरीक होने के लिए आए थे।
कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी ने कहा, 'कुछ लोग गिन रहे हैं कि मैंने दिल्ली कितनी बार विज़िट किया। आज की दिल्ली की विजिट का कोई राजनीतिक महत्त्व नहीं था। कल हम लोग संसद में उठाए जाने योग्य मुद्दों पर चर्चा करेंगे।'
उनका बयान ऐसे समय में आया है जब इस बात पर लगातार चर्चा की जा रही है कि वे कैबिनेट विस्तार पर बात करने के लिए दिल्ली जा रहे हैं।
KTR ने लगाया था आरोप
अक्टूबर में भारत राष्ट्र समिति के वर्किंग प्रेसिडेंट केटी रामाराव ने आरोप लगाते हुए कहा था कि, 'पिछले दस महीनों में रेवंत रेड्डी 23 बार दिल्ली गए हैं, लेकिन राज्य को अभी तक किसी तरह का कोई फायदा नहीं मिला है। वे दिल्ली जाने का रिकॉर्ड बना सकते हैं।'
इस पर उन्होंने सोमवार को कहा, "राज्य को मिलने वाले फंड और परमिशन लेने के लिए कार्ययोजना बनाने” और “लंबित फंड जारी करने के लिए केंद्रीय मंत्रियों से मिलने” के लिए दिल्ली जा रहे हैं।"
मोदी के सामने घुटने टेकने नहीं जाता
तंज कसते हुए उन्होंने आगे कहा, 'मैं आपकी तरह पीएम (नरेंद्र) मोदी के सामने घुटने टेकने दिल्ली नहीं जा रहा हूं। मैं किसी के पैर पकड़ने (और केस खत्म करने की गुहार लगाने) या राज्यपाल से अनुमति न देने के लिए कहने दिल्ली नहीं जा रहा हूं।
पिछले 10 सालों में तेलंगाना ने बहुत कुछ झेला है। भाजपा राज्य को पार्टी के खजाने से फंड नहीं दे रही है, यह केंद्र सरकार के खजाने से दिया जा रहा है। सरकार को फंड तभी मिलेगा जब हम बिना राजनीतिक पक्षपात दिखाए केंद्रीय मंत्रियों से मिलेंगे,”
उन्होंने आगे कहा कि, 'यह किसी के खिलाफ गुस्सा और नाराजगी दिखाने का समय नहीं है।'
माना जा रहा है कि रेड्डी राहुल गांधी से मिलकर उन्हें तेलंगाना थल्ली (मां) की प्रतिमा का उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं।