ईसाई धर्म में ईस्टर त्योहार को बहुत ही पवित्र और महत्त्वपूर्ण पर्व है। यह पर्व यीशु मसीह (Jesus Christ) के पुनर्जन्म के स्मृति में मनाया जाता है। ईसाई मान्यता के अनुसार, यीशु को उनके विरोधियों ने सूली (क्रॉस) पर चढ़ा दिया था लेकिन तीसरे दिन वह मृत्यु के बाद फिर से जीवित हो गए और इसी वजह से ईस्टर का त्योहार मनाया जाने लगा।
ईस्टर कब मनाई जाती है?
ईस्टर की तारीख हर साल बदलती है क्योंकि यह पर्व लूनर यानी चंद्र कैलेंडर पर आधारित होता है। यह पर्व गुड फ्राइडे के तीसरे दिन यानी रविवार को मनाया जाता है। गुड फ्राइडे वह दिन होता है जब यीशु को क्रूस पर चढ़ाया गया था। ईस्टर आमतौर पर मार्च के अंत से अप्रैल के अंत के बीच पड़ता है। इस साल ईस्टर त्योहार 20 अप्रैल 2025, रविवार के दिन मनाया जाएगा। ईस्टर रविवार को मनाया जाता है जो वसंत ऋतु के पहले फुल मून के बाद आने वाला पहला रविवार होता है।
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ईस्टर की कहानी
यीशु मसीह ने लोगों को प्रेम, क्षमा और सेवा का संदेश दिया। अपने जीवनकाल में उन्होंने धर्म में बढ़ रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई, जिससे उन्हें कई धार्मिक नेताओं का विरोध झेलना पड़ा। इसके बाद उन्हें धोखे से गिरफ्तार किया गया और फिर गुड फ्राइडे को सूली पर चढ़ा दिया गया। हालांकि, बाइबिल में बताया गया है कि तीन दिन बाद यानी ईस्टर संडे को वह मृत अवस्था से पुनर्जीवित हो गए। ऐसे में ईस्टर पर्व को ईसाई धर्म में नया जीवन और आत्मिक विजय का प्रतीक बन गया।
दुनियाभर में ईस्टर कैसे मनाया जाता है?
ईस्टर केवल एक धार्मिक पर्व नहीं बल्कि कई संस्कृतियों में खुशी, पुनर्जन्म और नवचेतना का उत्सव बन चुका है। इस खास दिन पर ईस्टर एग का चलन अधिक है। ये रंग-बिरंगे अंडे नए जीवन और पुनर्जन्म का प्रतीक माने जाते हैं। बच्चे ईस्टर एग हंट (Egg Hunt) नामक खेल खेलते हैं, जिसमें अंडों को छिपाकर ढूंढा जाता है। चॉकलेट से बने ईस्टर एग भी बच्चों में बहुत लोकप्रिय हैं।
ईस्टर पर प्रार्थना
ईस्टर के दिन चर्च में खास सेवाएं और प्रार्थना सभाएं आयोजित की जाती हैं। लोग सफेद कपड़े पहनते हैं जिसे ईसाई धर्म में पवित्रता और पुनर्जीवन का प्रतीक माना जाता है। कई जगहों पर चर्च को फूल और मोमबत्तियों से सजाया जाता है। साथ ही ईस्टर पर पारंपरिक व्यंजन और केक बनाए जाते हैं। कई परिवार इस दिन मिलकर भोजन करते हैं और इस त्योहार को मनाते हैं।
Disclaimer- यहां दी गई सभी जानकारी सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं।