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महाकुंभ में अब तक कितने श्रद्धालुओं ने लगाई है आस्था की डुबकी?

महाकुंभ में श्रद्धालुओं के आने का तांता नहीं टूट रहा है। जिन लोगों से कुंभ के तीन अमृत स्नान छूट गए हैं, उनकी तैयारियां हैं कि अब शिवरात्रि से पहले स्नान कर लिया जाए।

Mahakumbh 2025

महाकुंभ नगर क्षेत्र में उमड़ा श्रद्धालुओं का जन सैलाब

तीर्थराज प्रयाग में आयोजित महाकुंभ 2025 में अब तक करोड़ों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में नहा चुकेहैं। महाकुंभ में सरकारी आंकड़े बताते हैं कि 41 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है। महाकुंभ के प्रथम स्नान पर्व पौष पूर्णिमा से मात्र 23 दिन में 41 करोड़ श्रद्धालु जिसमें स्नानार्थी और पर्यटक शामिल हैं। प्रशासनिक आंकड़े में लगभग 10 लाख कल्पवासी और लाखों की संख्या में साधु संतों को अलग से दर्शाया गया है। तृतीय अमृत स्नान पर बसंत पंचमी के बाद से जिस तरह महाकुंभ नगर क्षेत्र में श्रद्धालुओं का जल सैलाब उमड़ा है, इसको देखते हुए आगामी 18 दिनों में यह आंकड़ा 50 करोड़ के ऊपर पहुंचने की उम्मीद है। 

महाकुंभ नगर क्षेत्र में 8 फरवरी शनिवार को सुबह 8 बजे तक 42.31 लाख श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके थे। शनिवार को ही दोपहर 12 बजे तक 71.46 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे। और 1 बजे तक कुल 81.46 लाख से अधिक स्नान हो चुका है। वहीं बीते 7 फरवरी शाम तक कुल 40.68 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु महाकुंभ क्षेत्र पहुंच चुके थे। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम में श्रद्धा और आस्था से ओत-प्रोत साधु-संतों, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों, स्नानार्थियों और गृहस्थों का स्नान अब एक नए शिखर पर पहुंच गया है। इसी क्रम में शुक्रवार सुबह तक महाकुंभ में स्नानार्थियों की संख्या ने 40 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है।

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अमृतस्नान बीता लेकिन कुंभ में उमड़ रहे श्रद्धालु

प्रयागराज के महाकुंभ नगर में तीनों अमृत स्नान पर्व मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या और वसंत पंचमी के बाद भी श्रद्धालुओं व स्नानार्थियों के जोश और उत्साह में कोई कमी नहीं दिख रही है। मौनी अमावस्या के हादसे की बात एक-दो दिन तक श्रद्धालुओं की संख्या में कुछ कमी दिखी। बसंत पंचमी के बात लाखों की संख्या में हर दिन श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं। प्रयागराज शहर की चारों तरफ से आने वाली सड़कों पर करीब 20 से 30 किलोमीटर पहले से जाम लगा हुआ है।

हजारों किलोमीटर से दूर आने वाले श्रद्धालु घंटे जाम में फंसे हैं लेकिन उनके उत्साह में किसी तरह की कमी नहीं दिख रही है। सभी श्रद्धालुओं का एकमात्र लक्ष्य संगम क्षेत्र में पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाना ही दिख रहा है। महाकुंभ नगर क्षेत्र में आने वाले ही नहीं वापस अपने गंतव्य जाने वाले श्रद्धालु साधु संतों की भी काफी भीड़ है। पिछले चार दिनों से यातायात व्यवस्था चरमरा रही है।

प्रयागराज शहर में आने और जाने वाले श्रद्धालुओं की दबाव से लगभग ठहर सा चुका है। स्कूल कॉलेज की छुट्टी है लेकिन सरकारी और प्राइवेट संस्थान,डेलीबेज रोजगार वालों की काफी फजीहत हो रही है। लेकिन फिर भी सारी मशीन को और दिक्कतों पर आस्था भारी पड़ती दिख रही है।

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किस दिन सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं ने किया स्नान?

अगर अभी तक के कुल स्नानार्थियों की संख्या का विश्लेषण करें तो सर्वाधिक 8 करोड़ श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या पर स्नान किया था, जबकि 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान किया था। एक फरवरी और 30 जनवरी को 2-2 करोड़ के पार और पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ श्रद्धालुओं ने पुण्य डुबकी लगाई, इसके अलावा बसंत पंचमी पर 2.57 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई थी।

महाकुंभ 2025 में लोगों ने लगाई आस्था की डुबकी। (Photo Credit: PTI)

तीसरे अमृत स्नान बसंत पंचमी के 2 दिन बाद से ही अखाड़े के साधु संत, नागा संन्यासी और बहुत से अन्य पंथ के साधु संत महंत अपनी गंतव्य को वापस लौट रहे हैं। 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा के स्नान के बाद कल्पवासी भी वापस होने लगेंगे। महाकुंभ नगर क्षेत्र में श्रद्धालुओं का जैन सैलाब लगातार बढ़ता जा रहा है। महाशिवरात्रि तक संतों का एक बड़ा धड़ा मौजूद रहेगा।

अब तक किन VIP लोगों ने किया स्नान?

महाकुंभ नगर क्षेत्र में आस्था की डुबकी लगाने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं के अलावा हजारों की संख्या में अति विशिष्ट लोगों ने भी स्नान किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ,मंत्रिमंडल सहित संगम में डुबकी लगा चुके हैं। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल, हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी, मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत भी नहा चुके हैं। 10 फरवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी स्नान करेंगी।

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