logo

ट्रेंडिंग:

विक्रम संवत और अंग्रेजी कैलेंडर में कितने दिन का है अंतर? आज ही जान लीजिए

हिंदू धर्म में संवत्सर को ही नए साल के रूप में मनाया जाता है लेकिन ग्रेगोरियन कैलेंडर के आने के बाद से आमतौर पर 1 जनवरी के दिन ही नया साल मनाया जाता है।

Representational Picture

प्रतीकात्मक तस्वीर: Photo Credit: AI

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

वैदिक समय-गणना और आधुनिक कैलेंडर व्यवस्था को लेकर लोगों की जानने की इच्छा हमेशा से बढ़ती ही रहती है। संवत्सर और 1 जनवरी से शुरू होने वाले नए साल के बीच अंतर, उनकी शुरुआत की परंपरा और गणना के आधार को लेकर चर्चा तेज हो रही है। जहां पंचांग के अनुसार, नया संवत्सर चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से आरंभ होकर प्रकृति, ऋतु और खगोलीय घटनाओं से जुड़ा होता है, वहीं ग्रेगोरियन कैलेंडर का नया साल प्रशासनिक और वैश्विक व्यवस्था का हिस्सा है।

 

इसी पृष्ठभूमि में यह सवाल उठ रहा है कि संवत्सर नया साल से कितना पीछे या आगे है, इसकी शुरुआत कब और कैसे हुई और दोनों प्रणालियों में वर्षों और महीनों का वास्तविक अंतर क्या है। यही वजह है कि धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से इस विषय को समझने की जरूरत एक बार फिर महसूस की जा रही है।

 

यह भी पढ़ें:  साल 2026 आपके लिए कैसा रहेगा? Google Gemini ने बताया 12 राशियों का राशिफल

संवत्सर क्या है?

संवत्सर वैदिक पंचांग की समय-गणना की इकाई है। यह चंद्र-सौर प्रणाली पर आधारित होता है, यानी इसमें चंद्रमा की गति और सूर्य की स्थिति दोनों को ध्यान में रखा जाता है। भारतीय परंपरा में संवत्सर केवल 'एक साल' नहीं, बल्कि 60 संवत्सरों का एक चक्र होता है, जैसे- प्रभव, विभव, शुक्ल, प्रमोद आदि। हर वर्ष का अपना अलग नाम और धार्मिक महत्व होता है।

संवत्सर कब शुरू होता है?

हिंदू पंचांग के अनुसार नया संवत्सर आमतौर पर चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होता है। इसे अलग-अलग क्षेत्रों में अलग नामों से जाना जाता है,

  • उत्तर भारत: चैत्र नवरात्रि / विक्रम संवत नववर्ष
  • महाराष्ट्र: गुड़ी पड़वा
  • आंध्र प्रदेश व कर्नाटक: उगादि
  • यह तिथि आमतौर पर मार्च–अप्रैल के बीच आती है

नया साल (ग्रेगोरियन कैलेंडर) कब शुरू हुआ?

  • आज दुनिया भर में जो नया साल मनाया जाता है, वह ग्रेगोरियन कैलेंडर पर आधारित है
  • शुरुआत: 1 जनवरी से होती है
  • इसे रोम के जूलियन कैलेंडर से विकसित किया गया है
  • 1582 में पोप ग्रेगरी XIII ने इसे लागू किया
  • यह कैलेंडर पूरी तरह सौर प्रणाली पर आधारित है

यह भी पढ़ें: मंत्र, श्लोक और स्तोत्र में क्या अंतर होता है? समझ लीजिए

संवत्सर और नए साल में कितना अंतर है?

यह अंतर दो तरह से समझा जा सकता है:

 

तिथि (Date) का अंतर

  • ग्रेगोरियन नया साल: 1 जनवरी
  • हिंदू संवत्सर नया साल: मार्च–अप्रैल
  • यानी लगभग 3 से 4 महीने का अंतर

वर्ष संख्या (Year Count) का अंतर

  • वर्तमान ग्रेगोरियन वर्ष (उदाहरण): 2025-2026
  • उसी समय चल रहा विक्रम संवत: लगभग 2082–2083
  • यानी विक्रम संवत ग्रेगोरियन कैलेंडर से लगभग 56–57 वर्ष आगे चलता है

यह अंतर क्यों है?

  • संवत्सर की गणना खगोलीय घटनाओं (सूर्य-चंद्र की स्थिति) से होती है
  • ग्रेगोरियन कैलेंडर स्थिर तारीखों पर आधारित है
  • पंचांग में अधिक मास (मलमास) जोड़कर संतुलन बनाया जाता है, जिससे खगोलीय गणना सटीक रहे

धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

  • संवत्सर का नया साल धार्मिक, आध्यात्मिक और प्राकृतिक चक्र से जुड़ा है
  • इसी समय नवरात्रि, नवसस्येष्टि (नई फसल) और सृष्टि के नवचक्र की मान्यता है
  • 1 जनवरी का नया साल प्रशासनिक और वैश्विक सुविधा के लिए अपनाया गया है
Related Topic:#Dharma Adhyatma

और पढ़ें

design

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap