साल 2016 का एशिया कप टी20 फॉर्मेट में खेला गया। भारतीय टीम अजेय रहते हुए चैंपियन बनी। टीम इंडिया ने फाइनल में बांग्लादेश को 8 विकेट से हराकर खिताब जीता।
चैंपियन बनने के बाद ट्रॉफी के साथ जश्न मनाती भारतीय टीम। (Photo Credit: ICC/X)
एशिया कप 2025 का आयोजन टी20 फॉर्मेट में होना है। अगले साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप को देखते हुए इस बार टूर्नामेंट क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में आयोजित हो रहा है। यह तीसरा एशिया कप होगा, जो टी20 फॉर्मेट में खेला जाएगा। फॉर्मेट में बदलाव की शुरुआत 2016 में हुई थी। उस साल भारत में टी20 वर्ल्ड कप होने वाला था, जिसकी तैयारियों के लिहाज से एशिया कप का आयोजन इस फॉर्मेट में हुआ।
साल 2016 के एशिया कप में पहले क्वालिफाइंगराउंड खेले गए, जिसमें संयुक्त अरब अमीरात (UAE),अफगानिस्तान, ओमान और हॉन्गकॉन्ग की टीमें एक-दूसरे से एक-एक बार भिड़ी। UAE ने अपने सभी मुकाबले जीतकर क्वालिफाइंगराउंड में टॉप किया और उसे मेनराउंड का टिकट मिला। 24 फरवरी से टूर्नामेंट के मेनराउंड के मुकाबले शुरू हुए। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने अजेय रहते हुए फाइनल का सफर तय किया और बांग्लादेश को 8 विकेट से हराकर एशिया कप पर रिकॉर्ड छठी बार अपना कब्जा जमाया।
6 मार्च को मीरपुर के शेर-ए बांग्ला नेशनल स्टेडियम में खेले गए खिताबी मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। बारिश के चलते प्रति पारी 15 ओवर का मैच हो रहा था। बांग्लादेश ने इन 15 ओवरों में ठीक 8 के रन रेट से 5 विकेट के नुकसान पर 120 रन बनाए। उसे यहां तक पहुंचाने में महमुदुल्लाह का बड़ा रोल रहा, जिन्होंने 13 गेंद में 2 चौके और 2 छक्कों की मदद से नाबाद 33 रन की पारी खेली। भारत की ओर से आर अश्विन, जसप्रीतबुमराह, आशीष नेहरा और रवींद्रजडेजा ने एक-एक विकेट झटके।
121 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। रोहित शर्मा 5 गेंद में 1 रन बनाकर दूसरे ही ओवर में आउट हो गए। इसके बाद विराट कोहली और शिखर धवन ने 67 गेंद में 95 रन की साझेदारी की। धवन 44 गेंद में 9 चौके और 1 छक्के की मदद से 99 के कुल स्कोर पर आउट हुए। धवन का विकेट उस समय गिरा जब भारतीय टीम लक्ष्य से 22 रन दूर थी और गेंदें महज 14 ही बची हुई थीं। इस अहम समय में क्रीज पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की एंट्री हुई। धोनी ने आते ही 2 रन के साथ खाता खोला और 13वें ओवर की आखिरी गेंद पर सिंगल लेकर स्ट्राइक अपने पास रखा।
अब टीम इंडिया को 2 ओवर में 19 रन की जरूरत थी। बांग्लादेश के कप्तान मशरफेमुर्तजा ने 14वां ओवरअल अमीन हुसैन को दी। अल अमीन टूर्नामेंट में 11 विकेट ले चुके थे और किफायती भी रहे थे। ऐसे में भारतीय टीम के लिए जीत मुश्किल नजर आ रही थी लेकिन धोनी और कोहली ने अल अमीन की 5 गेंदों में ही 20 रन कूट दिए और बांग्लादेश को घरेलू दर्शकों के सामने बड़ी हार थमा दी। धोनी ने अल अमनी के इस ओवर की शुरुआत छक्के के साथ की और फिर उन्होंने चौथी गेंद पर चौका और पांचवीं गेंद पर छ्क्का जड़कर स्टाइल के साथ मैच फिनिश किया। कप्तान धोनी 6 गेंद में 20 रन बनाकर नाबाद लौटे। कोहली ने 28 गेंद में 41 रन की संयमित पारी खेली।
फाइनल में भारत की प्लेइंग-XI:रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान और विकेटकीपर), सुरेश रैना, युवराज सिंह, हार्दिक पंड्या, रवींद्रजडेजा, आर अश्विन, जसप्रीतबुमराह, आशीष नेहरा