दिल्ली क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रहे मिथुन मन्हास का नाम अचानक बीसीसीआई अध्यक्ष पद की रेस में आ गया है। उनके नाम की अटकलें लगाई जा रहीं हैं। शनिवार को दिल्ली में बोर्ड की एक अहम बैठक हुई, जिसके बाद उनका नाम चर्चा में आया। उन्होंने कई घरेलू मुकाबलों में दिल्ली की जीत दिलाई है।
28 सितंबर को BCCI की सालाना बैठक होने वाली है। उससे पहले अलग-अलग पदों के लिए उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की गई। दिल्ली में हुई बैठक में मिथुन मन्हास का नाम सामने आया। मिथुन मन्हास और कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) के अध्यक्ष रघुराम भट्ट सहित कई उम्मीदवारों को बैठक में बुलाया गया था। मिथुन मन्हास, बीसीसीआई के नए अध्यक्ष हो सकते हैं। उनकी दावेदारी सबसे मजबूत है।
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मिथुन मन्हास के करियर पर एक नजर
मिथुन मन्हास का जन्म 12 अक्तूबर को 1979 को हुआ था। वह जम्मू शहर के रहने वाले हैं। वह ऑलराउंडर खिलाड़ी रहे हैं। दाएं हाथ के बल्लेबाज रहे हैं। वह दाएं हाथ से ऑफब्रेक गेंदबाजी करते थे। वह विकेटकीपिंग भी करते थे।
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किन टीमों की तरफ से खेल चुके हैं?
- चेन्नई सुपर किंग्स
- दिल्ली
- दिल्ली डेयरडेविल्स
- दिल्ली अंडर-19 टीम
- इंडिया टीम ए
- इंडिया टीम बी
- इंडिया अंडर-19
- इंडियन बोर्ड प्रेसीडेंट XI
- पुणे वॉरियर
बैटिंग और फील्डिंग के आंकड़े
बैटिंग
- फर्स्ट क्लास क्रिकेट: 157 मैच, 244 पारी, 32 बार नॉट आउट, 9714 रन, 45.82 औसत, 27 शतक, 49 अर्धशतक, 105 कैच, सर्वश्रेष्ठ स्कोर 205
- लिस्ट A: 130 मैच, 122 पारी, 32 बार नॉट आउट, 4126 रन, 45.84 औसत, 5 शतक, 26 अर्धशतक, 52 कैच, सर्वश्रेष्ठ स्कोर 148।
- T20: 91 मैच, 72 पारी, 18 बार नॉट आउट, 1170 रन, 21.66 औसत, 0 शतक, 1 अर्धशतक, 28 कैच, सर्वश्रेष्ठ स्कोर 52।
गेंदबाजी
- फर्स्ट क्लास क्रिकेट: 3702 गेंदें, 1866 रन दिए, 40 विकेट, 46.65 औसत, सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/15।
- लिस्ट A: 1066 गेंदें, 878 रन दिए, 25 विकेट, 35.12 औसत, सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/36।
- टी20: 110 गेंदें, 148 रन दिए, 5 विकेट, 29.60 औसत, सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/33।
क्यों सचिन-सहवाग की तरह फेमस नहीं हो पाए?
- मिथुन मन्हास कमाल के क्रिकेटर रहे हैं लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर उनके नाम वैसी उपलब्धियां नहीं जुड़ पाईं, जैसी राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण जैसे खिलाड़ियों को मिलीं। वह इन्हीं दिग्गजों के दौर में आए थे। अपने बेहतरीन दिनों में वह टीम इंडिया से बाहर रहे। मिथुन मन्हास साल 1998 से दिल्ली के लिए खेलते रहे।
- मिथुन मन्हास मिडिल ऑर्डर की मजबूत कड़ी बने रहे। विरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे बड़े सितारे एक तरफ जहां नेशनल टीम में खेलते, यह खिलाड़ी खुद को घरेलू क्रिकेट में धार देता।
- मिथुन मन्हास ने दिल्ली की कप्तानी भी संभाली। 2007-08 में दिल्ली ने रणजी ट्रॉफी में लंबे समय बाद खिताब जीता था। तब के कैप्टन मिथुन ही थे। सेमीफाइनल और फाइनल में गौतम गंभीर ने नेतृत्व संभाला था। उस सीजन में मिथुन मन्हास ने करीब 921 रन बनाए। उनका औसत 57.56 रहा।
- मिथुन मन्हास ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया। वह 157 फर्स्ट क्लास मैचों में 9,714 रन बना चुके हैं। उनका औसत 45.82 रहा है। उन्होंने 27 शतक और 49 अर्धशतक जड़ा है। आईपीएल में भी उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स, पुणे वॉरियर्स और चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेला।
अब क्या कर रहे हैं?
मिथुन मन्हास रिटायरमेंट के बाद कोच बन गए। वह अब गुजरात टाइटंस के असिस्टेंट कोच हैं। जम्मू-कश्मीर उनकी जन्मभूमि है। साल 2015 में वह जम्मू टीम में शामिल हो गए थे। वह जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के एडमिनिस्ट्रेटर भी हैं। अब उनके नाम की अटकलें BCCI अध्यक्ष के लिए प्रस्तावित हो रहा है।