भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट ब्रिस्बेन के गाबा मैदान में कल (14 दिसंबर) से शुरू हो रहा है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर हैं। गाबा टेस्ट से एक दिन पहले भारतीय बल्लेबाज शुभमन गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैच जीतना आसान नहीं है, क्योंकि पांच दिनों तक एक इंटेन्सिटी के साथ खेलना कठिन काम है। गिल ने यहां के कंडिशन को मुश्किल बताया, साथ ही उन्होंने कंगारूओं को चेताते हुए कहा, 'यह जेनरेशन यह नहीं सोचती कि कौन गेंदबाजी कर रहा है, बल्कि सिर्फ गेंद को देखती है।'
गाबा में भारत ने जब पिछला टेस्ट मैच खेला था, तब गिल ने दूसरी पारी में 91 रन बनाए थे। 328 रन के चेज में उन्होंने मंच सेट किया था और फिर ऋषभ पंत ने नाबाद 89 रन बनाकर भारत को ऐतिहासिक सीरीज जीत दिलाई थी। गिल ने कहा कि 2021 में गाबा में जीत दर्ज करने के बाद जब हम पहली बार इस मैदान पर प्रैक्टिस करने उतरे तो पुरानी यादें ताजा हो गईं। उन्होंने विकेट के बारे में कहा, 'खिलाड़ियों को एक बार खेलने के बाद पता चल जाएगा कि विकेट कैसा है। वैसे तो विकेट देखने में अच्छा दिख रहा है।'
डी गुकेश को बधाई दी
शुभमन गिल ने वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप जीतने वाले भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश को बधाई भी दी। गिल ने कहा, 'मैं भारतीय क्रिकेट टीम की ओर से गुकेश को बधाई देता हूं। सबसे युवा वर्ल्ड चेस चैंपियन बनना अपने आप में एक अचीवमेंट है।' गुकेश ने गुरुवार, 12 दिसंबर को 14 राउंड के फाइनल में डिफेंडिंग चैंपियन डिंग लिरेन को 7.5-6.5 से हराया था।
ऑस्ट्रेलिया में मानसिक फिटनेस की जरूरत
गिल ने ऑस्ट्रेलिया में खेलने के लिए मानसिक फिटनेस पर जोर दिया, उन्होंने कहा, 'यहां इंटेन्सिटी काफी ज्यादा होती है। खासतौर पर टेस्ट मैच में लगातार एक ही तरीके से पांच दिनों तक खेलने के लिए मानसिक फिटनेस की जरूरत है।' गिल ने आगे कहा कि कंडिशन काफी मुश्किल हैं, लेकिन दूसरी नई गेंद तक 35 ओवर बल्लेबाजी आसान रहता है।
टीम इंडिया को एडिलेड में खेले गए पिंक बॉल टेस्ट में 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। पिंक बॉल के बारे में पूछे जाने पर गिल ने कहा, 'पिंक बॉल अलग होती है। यह थोड़ी कठिन होती है। हम लाल गेंदों के आदी हैं। रात में खेलने से इसकी स्पीड, सीम और ग्रिप का अंदाजा लगाना थोड़ा मुश्किल होता है।'
गाबा में अहम टेस्ट खेलने पर गिल बोले, 'अगर आप नहीं जीते हैं तो आपको डर लगेगा। हम पिछली बार जीते हैं और यहां तक की भारत में भी।'