भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज में ड्यूक्स बॉल की क्वालिटी पर बवाल मचा हुआ है। सीरीज के पहले तीन टेस्ट मैचों में ड्यूक्स बॉल को बार-बार बदलने की नौबत आई है, जिसके चलते उसकी क्वालिटी को लेकर सवाल उठे हैं। लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान दूसरी नई गेंद 10.4 ओवर में ही चेंज करनी पड़ी थी। भारतीय टीम ने शिकायत की थी कि गेंद का आकार बदल गया है। इसके बाद अंपायर ने गेंद को गेज से चेक किया और टीम इंडिया को दूसरी गेंद थमाई। हालांकि यह गेंद काफी पुरानी थी, जिससे गेंदबाजों को कोई मदद नहीं मिलने वाली थी। इस बात को लेकर भारतीय कप्तान शुभमन गिल गुस्सा हो गए।
शुभमन ने काफी देर तक अंपायर के साथ बहस की मगर उनकी बात नहीं मानी गई। भारतीय टीम को इसी पुरानी गेंद से बॉलिंग करनी पड़ी, जो विवाद का कारण बन गया। इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने ड्यूक्स बॉल के जल्दी सॉफ्ट हो जाने और शेप खो देने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इसमें कोई समस्या है और इसे ठीक करने की जरूरत है। गेंद को 80 ओवर चलनी चाहिए ना कि 10 ओवर।
हालांकि तमाम शिकायतों के बावजूद ड्यूक्स बॉल बनाने वाली कंपनी 'ब्रिटिश क्रिकेट बॉल्स लिमिटेड' के मालिक दिलीप जाजोदिया ने कहा था कि गेंद में कोई कमी नहीं है। गेंद के जल्दी सॉफ्ट होने में मौसम, पिच, बल्ला और अन्य कई तरह के फैक्टर हो सकते हैं। मगर अब विवाद बढ़ने के बाद ड्यूक्स बॉल की निर्माता कंपनी ने कहा है कि गेंद की जांच की जाएगी।
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ECB लौटाएगा इस्तेमाल की गई गेंदें
इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) इस्तेमाल की गई अधिकतर गेंदों को इस सप्ताह के आखिर तक निर्माता कंपनी को लौटा देगा। कंपनी के मालिक दिलीप जाजोदिया ने बीबीसी स्पोर्ट्स से कहा, 'हम इन (इस्तेमाल हुई) गेंदों को ले जाएंगे, जांच करेंगे और फिर इसके निर्माण से जुड़े लोगों से बातचीत करेंगे। हम इस मामले में जो भी जरूरी होगा वह कदम उठाएंगे। समीक्षा में अगर हमें लगेगा कि कुछ बदलाव करने की जरूरत है, तो हम करेंगे।'
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पिछले कई साल से ड्यूक्स बॉल की हो रही शिकायत
भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में 30 ओवर के आस-पास ही ड्यूक्स बॉल खराब हो जा रही हैं। ऐसा पहली बार नहीं है जब इसकी क्वालिटी को लेकर शिकायत की जा रही है। काउंटी क्रिकेट में भी ड्यूक्स बॉल को लेकर सवाल उठे हैं। ड्यूक्स बॉल का उत्पादन 1760 से हो रहा है लेकिन हालिया वर्षों में टेस्ट और काउंटी क्रिकेट में यह सवालों के घेरे में है।